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कनिष्ठ अभियंता ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कर रहे स्मार्ट मीटर संबंधित भ्रांतियां दूर

*कनिष्ठ अभियंता ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कर रहे स्मार्ट मीटर संबंधित भ्रांतियां दूर*
विद्युत वितरण केन्द्र जबेरा में स्मार्ट मीटर लगे एक वर्ष पूर्ण होने जा रहा है उसके बाद भी लोगों में स्मार्ट मीटर के प्रति भ्रांतियां बनी हुई है और इसी के चलते लोगों में आक्रोश भी बना हुआ है जिसे दूर करने जबेरा विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता महेश कुमार महतो ने जबेरा ,कोंरता ,दुगानी ,कलेहरा ,सिंग्रामपुर ,सिंगपुर मुख्यालयों में जाकर स्मार्ट मीटर के बारे में प्रतिक्रिया लेने जनसंपर्क अभियान चलाया और उपभोक्ताओं को स्मार्ट बिजली ऐप के बारे में समझाया कि कैसे आप घर बैठे ही स्मार्ट बिजली एप के माध्यम से प्रतिदिन की खपत और रीडिंग मोबाइल पर देख सकते है लोगों का भ्रम दूर करने विद्युत विभाग द्वारा सर्विस क्रमांक 1170014378, 1170014226, 1170015026, 1170017043, 1170013744, 1170018673, 1170014782, 1170018529, 1170012669 में चेक मीटर लगा कर दोनों मीटरों की रीडिंग का मिलान किया गया जिसमे दोनों ही मीटरों में रीडिंग बराबर पाई गई इस संबंध में क्षेत्र के लोगों ने संवाद कर स्मार्ट मीटर के बारे मे अपनी राय रखी ,लोगों ने बताया कि पहले हमें लगा कि स्मार्ट मीटर लगने से ज्यादा बिल आएगा लेकिन यह मात्र भ्रम है जबकि सच्चाई यह है कि दोनों मीटर एक से रीडिंग देते है 1 तारीख से महीने की आखिरी तारीख का के रात 12 बजे तक का बिल बनता है जिससे राज्य शासन के ओर से जारी होने वाली सब्सिडी को लेकर भी लोगों में संतुष्टि है। उपभोक्ताओं का परिसर बंद होने पर भी वास्तविक खपत का बिल सिस्टम से अपने आप बन के आ जाता है क्योंकि स्मार्ट मीटर में रीडिंग लेने के लिए मीटर रीडर को जाना नहीं होता । इसप्रकार बिजली विभाग ने पारदर्शिता बनाये रखने के लिए कार्यालय में आवेदन देकर चेक मीटर भी लगवा सकते है चेक मीटर का काम है कि जिन विद्युत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की रीडिंग पर संदेह होता है वो चेक मीटर की रीडिंग से मिलान कर खपत में संतुष्टि प्राप्त कर सकता है ।
कनिष्ठ अभियंता महेश कुमार महतो ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत स्मार्ट मीटर को बाईपास कर विद्युत चोरी करने वाले एवं चोरी से विद्युत हीटरो का उपयोग कर रहे उपभोक्ताओं के विद्युत चोरी के प्रकरण भी बनाए साथ ही ग्रामीण उपभोक्ताओं को हीटर का उपयोग न करने का अनुरोध किया क्योंकि है ट्रांसफार्मर,केबिल के साथ मीटर भी अधिक जल रहे है बिजली की बचत ही बिजली का उत्पादन है , साथ ही उपभोक्ताओं को सोलर रुफ टॉप लगाने के लिए भी प्रेरित किया गया क्योंकि सोलर रुफ टॉप लगाने से बिजली बिल बहुत कम भरना पड़ेगा । विद्युत चोरी संबंधी प्रकरण बनाए जाने का कार्य निरन्तर जारी रहेगा ।

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