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*बेरोजगार युवाओं से ठगी मामले में सिडको के सभी खाते पुलिस ने किए फ्रीज,4 के खिलाफ मुकदमा*

*बेरोजगार युवाओं से ठगी मामले में सिडको के सभी खाते पुलिस ने किए फ्रीज,4 के खिलाफ मुकदमा*

देहरादून-: प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के नाम पर लघु उद्योग विकास परिषद ( सिडको ) के अधिकारियों द्वारा युवाओं से मोटी फीस वसूल करने के बाद भी प्रशिक्षण व नौकरी न लगाने के आरोप लगने के बाद थाना नेहरुकोलोनी पुलिस द्वारा शिकायत मिलने पर सिडको के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि संस्था द्वारा युवाओं से मोटी रकम वसूल कर उन्हें प्रशिक्षण नही दिया गया। सिडको द्वारा थाना नेहरुकोलोनी अंतर्गत अजबपुर क्षेत्र में कार्यालय खोला गया था। मामले में सिडको के अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

सिडको द्वारा युवाओं से ठगी करने का मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कप्तान अजय सिंह को जांच करने के आदेश दिए थे। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि मामले में शिकायत मिलने के बाद बाईपास चौकी प्रभारी प्रवीण पुंडीर द्वारा सभी तथ्यों की जांच की गई है जिसमे जानकारी हुई कि सिडको संस्था 21 अप्रैल 2023 को बिहार के पटना में पंजीकृत है, जिसके द्वारा देहरादून के अजबपुर क्षेत्र में कार्यालय खोलकर प्रदेश के युवाओं से प्रशिक्षण के नाम पर प्रति व्यक्ति 6100 रुपये लिए गए थे। कंपनी द्वारा दावा किया जा रहा था कि उक्त धनराशि को उसके द्वारा सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार तथा युवाओं को रोजगार प्रशिक्षण देने के लिए लिया जा रहा था। जांच के दौरान संस्था की कार्य प्रणाली तथा खातों में गड़बड़ी पाए जाने पर नेहरू कॉलोनी में मु०अ०सं०- 231/25, धारा 318(4)/61(2) बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया था।

पुलिस द्वारा अजबपुर कलां स्थित सिडको के कार्यालय से समस्त दस्तावेजो व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को कब्जे में ले लिया गया है।
साथ ही पुलिस ने कंपनी के सभी खातों के साथ साथ कंपनी के एकॉउंटेन्ट के खातों को भी सीज कराया गया है। इसके अतिरिक्त कंपनी के खाते से जिन अलग- अलग खातों में अधिकतर धनराशि का लेन देन हुआ है, उन्हें भी फ्रीज़ करने की कार्यवाही की जा रही है।

अब तक कि विवेचना में सिडको एनजीओ के बिहार निवासी तीन लोगों के नाम पर पटना में रजिस्टर्ड होने की जानकारी मिली है तथा कंपनी द्वारा उससे जुड़ने वाले प्रत्येक सदस्य को अन्य सदस्य को कंपनी से जुड़वाने पर प्रति सदस्य ₹400 दिया जाना प्रकाश में आया है, जबकि कंपनी के बायोलॉज में काम करने अथवा प्रशिक्षण देने के एवज में किसी धनराशि का भुगतान किये जाने का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। जानकारी हुई है कि उत्तराखंड में संस्था द्वारा 1300 से अधिक लोगो को फिलहाल जोड़ा जा चुका था।
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