
एसीबी के 224 अधिकारी-कर्मचारी डीजी डिस्क और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित, डीजी बोले-टीम वर्क से अच्छा काम किया - DGP DISC AWARDS
जयपुर:राजधानी स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) मुख्यालय में शनिवार को महानिदेशक डिस्क सम्मान समारोह में एसीबी के डीजी डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने ब्यूरो में उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले 224 अधिकारियों और कर्मचारियों को डीजी डिस्क और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. एसीबी एडीजी स्मिता श्रीवास्तव सहित 54 अधिकारियों और कर्मचारियों को महानिदेशक सेवा चिन्ह और प्रशस्ति पत्र, एक कर्मचारी को महानिदेशक प्रशस्ति पत्र, 9 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया.
वहीं कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर एसीबी डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा ने 6 पुलिसकर्मियों को डीजीपी सेवा डिस्क और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया. साथ ही 154 अधिकारियों-कर्मचारियों को उत्तम, अति उत्तम और सर्वोत्तम सराहनीय सेवाओं के लिए प्रशस्ति पत्र दिए गए. इस मौके पर मेहरड़ा ने सम्मानित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि एसीबी की पूरी टीम भविष्य में भी इसी लग्न और निष्ठा से कार्य करते रहेंगे और ज्यादा से ज्यादा आमजन को भ्रष्टाचार के प्रति सजग एवं जागरूक बनाएंगे.एसीबी डीजी डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि जिन कर्मचारियों ने विभाग में उत्कृष्ट कार्य किया है, उन्हें सम्मानित किया गया है. अन्य कर्मचारियों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने पुलिस सेवा में रहते हुए अपने अनुभवों को साझा कर कहा कि पुलिस महकमे में रहते हुए अधिक से अधिक आमजन की सेवा करनी चाहिए. तबादले और पोस्टिंग एक सतत प्रक्रिया है, राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर राजस्थान एसीबी ने टीम वर्क से अच्छा काम किया है. भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदेश में बड़ी कार्रवाई की गई है और एसीबी ने खुद अपने ही विभाग में रहे भ्रष्ट कार्मिकों के खिलाफ भी एक्शन लिया है.उन्होंने कहा कि एसीबी हेल्पलाईन नम्बर 1064 एवं व्हाट्सएप हेल्पलाईन 94135-02834 को भी हमने सुदृढ़ बनाया है जिसके परिणाम स्वरूप आमजन द्वारा लगातार हमें सूचना देकर मदद की है, जिससे हमारी कार्यवाहियों में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हमने प्रयास किया है कि हम आमजन के दिल को विश्वास के साथ छू सकें और उन्हें भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक कर सकें. उन्होंने कहा की हमारे आदर्श हमें स्वयं तय करने होंगे. हमारे कार्यों से ही हमारा चरित्र तय होता है, इसलिए जनहित के कार्यों को करने के लिए हमेशा अग्रसर रहें.