
*_बिहार में बड़ा हादसा टला, कोसी नदी पर बन रहे 996 करोड़ का पुल क्षतिग्रस्त, 5 फीट रेलिंग नदी में गिरी_*
*_बिहार में बड़ा हादसा टला, कोसी नदी पर बन रहे 996 करोड़ का पुल क्षतिग्रस्त, 5 फीट रेलिंग नदी में गिरी_*
भागलपुर: एक बार फिर बिहार के भागलपुर में पुल क्षतिग्रस्त हो गया. भागलपुर के बिहपुर में कोसी नदी पर निर्माणाधीन बिहपुर-वीरपुर पुल पर बीती रात बड़ा हादसा टल गया. पुल निर्माण के लिए 90 चक्का ट्रक पर लोडकर लाए जा रहे स्लैब अचानक फिसल कर पुल की रेलिंग पर गिर गया.
5 फीट से ज्यादा रेलिंग टूटी: स्लैब गिरने के कारण करीब 5-7 फीट लंबी रेलिंग टूटकर सीधे कोसी नदी में जा गिरा. घटना के बाद आसपास अफवाह फैल गई कि पुल की रेलिंग भर-भराकर गिर गयी है. जिसकी सूचना पर ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर पहुंच गई.
पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास: यह पुल प्रधानमंत्री पैकेज के तहत एनएच-106 पर बन रहा है. वर्ष 2015 में परियोजना की मंजूरी मिली थी. इस महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी थी. सारी प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद जून 2021 में एप्सकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर नामक कंपनी ने काम शुरू किया.
2024 निर्माण पूरा करना था: एनएच-106 मिसिंग लिंक (30 किमी) परियोजना के तहत यह पुल 6.94 किमी लंबा होगा, जो बिहार का अब तक का सबसे लंबा पुल होगा. इसमें दोनों ओर कुल 21.988 किमी सड़क निर्माण भी शामिल है. इस परियोजना की कुल लागत 996 करोड़ रुपये है, जिसे जून 2024 तक पूरा करना था, लेकिन अभी भी निर्माण कार्य जारी है.
पुल का निर्माण वीरपुर से उदाकिशुनगंज तक 106 किमी लंबी टू-लेन एनएच सड़क परियोजना का हिस्सा है. इस पुल के बन जाने से बिहपुर से उदाकिशुनगंज तक की दूरी कम होगी. किसान मक्का, सब्जी, दूध जैसी वस्तुएं भागलपुर के बाजारों तक आसानी से उचित कीमत पर पहुंचा सकेंगे.
अब अगले साल होगा पूरा: कोसी क्षेत्र हर साल बाढ़ की चपेट में आ जाता है. ऐसे में यह पुल बाढ़ के समय लाइफलाइन साबित होगा. लोगों को आवागमन और आवश्यक सेवाओं में भारी राहत मिलेगी. 2026 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी थी. यह पुल उत्तरी और दक्षिणी बिहार को जोड़ने वाली कनेक्टिविटी की रीढ़ बनेगा.
एफकॉन कंपनी के अधीन कार्य: पुल निर्माण का जिम्मा मुंबई की एफकॉन कंपनी को सौंपा गया है. घटना के बाद कंपनी की टीम और अभियंता मौके पर पहुंच चुके हैं और जांच के साथ पुनर्निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है. एसडीपीओ ने बताया कि कंपनी इसे ठीक कराएगी.
"पुल की बाउंड्री डैमेज हुआ है. हमने कंपनी को ठीक करने के लिए कहा है. निर्माण कार्य में लगे कंपनी ठीक करायेगी. बहुत ज्यादा डैमेज नहीं हुआ है. थोड़ा सा स्लैब और रेलिंग डैमेज हुआ है. घटना गाड़ी से स्लैब ले जाने के दौरान रेलिंग से टकराने के कारण हुई है." -ऋतुराज प्रताप सिंह, नवगछिया एसडीओ