
बड़कोट–यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने से निर्माणधीन होटल मलबे में दबा, 8–9 मजदूर लापता
29 जून 2025 को तड़के बड़कोट के बलिगढ़ क्षेत्र में अचानक बादल फटने से तेज पानी और मलबा यमुनोत्री हाईवे पर स्थित एक निर्माणाधीन होटल साइट को श्रमिकों समेत बहा ले गया। घटना में वहां काम कर रहे लगभग 8 से 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं ।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि पुलिस, SDRF और NDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं तथा लापता श्रमिकों की खोज जारी है ।
बादल फटने से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के सिलाई-बैंड समेत दो-तीन स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध गया, जिससे चारधाम यात्रा सहित चल रहे तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी हुई। एनएच विभाग ने मलबा हटाकर मार्ग को खोलने के प्रयास तेज कर दिए हैं ।
पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएँ लगातार हो रही हैं। मौसम विभाग ने अगले 3–5 दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया।
कुथनौर जैसे आस-पास के क्षेत्रों में भारी बारिश और मलबा गिरने से कृषि भूमि प्रभावित हुई है, हालांकि जनहानि की कोई खबर नहीं है ।
अलकनंदा एवं मंदाकिनी नदियाँ भी उफान पर हैं, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है ।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने डीएम ऑफिस से सीधे बचाव कार्य का निर्देशन किया है तथा प्रभावितों को रिलीफ कैंप व सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का काम चल रहा है ।
तीर्थयात्रियों के लिए चारधाम यात्रा को 24–48 घंटे के लिए रोका गया है, यात्रियों को सुरक्षित ठिकानों पर रोका जा रहा है ।
मौसम विभाग के रेड अलर्ट के मद्देनजर, रेस्क्यू और मलबा हटाने का कार्य मुश्किलों का सामना कर सकता है।
यात्रियों और स्थानीय लोगों से प्रशासन ने सतर्क रहने तथा जोखिम भरे इलाकों से दूर रहने की अपील की है।
बाड़कोट–यमुनोत्री मार्ग पर 29 जून को हुए बादल फटने की घटना एक गंभीर प्राकृतिक आपदा है जिसने यातायात, तीर्थयात्रा एवं स्थानीय जीवन को प्रभावित किया है। बचाव कार्य जारी है, जबकि प्रशासन ने भारी बारिश के मद्देनजर सतर्कता बरतने का आदेश दिया है।