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राजस्थान के कई बांध लगातार दूसरे साल छलकने को आतूर, जल्द ही बड़ी खुशखबरी की उम्मीद

दौसा। राजस्थान के दौसा जिले का सबसे बड़ा एवं एशिया का सबसे बड़ा कच्चा डेम मोरेल बांध लगातार दूसरे साल भी भरने वाला है। मोरेल बांध छलकने की स्थिति में पहुंच गया है। 30 फीट 5 इंच की कुल भराव क्षमता वाले मोरेल बांध का शुक्रवार सुबह तक जल स्तर 30 फीट 4 इंच तक पहुंच गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि आज दोपहर तक बांध पर चादर चल सकती है।

जयपुर। कभी बारिश को तरसने वाले राजस्थान में बाढ़ के हालात हो रहे हैं। जिन क्षेत्रों की पहचान सूखे के रूप में की जाती रही है, वहां भारी बारिश के दिन बढ़ गए हैं। प्रदेश में यह बदलाव बीते एक दशक में हुआ है। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) के अध्ययन डिकोडिंग इंडियाज चेंजिंग मॉनसून पैटर्न्स मेें यह सामने आया है।

यह अध्ययन वर्ष 1982-2011 की क्लाइमेट बेसलाइन की तुलना में 2012-2022 के आंकड़ों पर किया गया। इसमें देश और कई राज्यों की बारिश की तुलना 1982-2011 और 2012 ये 2022 के बीच की गई है। यह अध्ययन देश की 4419 और राजस्थान की 300 से ज्यादा तहसीलों पर किया गया। राजस्थान की 313 तहसीलों में एक फीसदी से लेकर 79 फीसदी तक बढ़ोतरी सामने आई है।

जयपुर। राजस्थान में 18 जून को मानसून आने के बाद से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। इस बीच मौसम विभाग ने 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं 5 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3 घंटे के अंदर 15 जिलों में जमकर बारिश हो सकती है।

दरअसल, मौसम विभाग ने जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जलौर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, अलवर, नागौर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, बूंदी, कोटा और उदयपुर में तात्कालिक चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए इन जिलों में 3 घंटे के भीतर हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान जताया है।

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