
एनटीपीसी से प्राप्त सामुदायिक विकास निधि के स्वीकृत कार्यों को पूर्ण करें
कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने समय सीमा की बैठक में दिए निर्देश
नरसिंहपुर- कलेक्टर श्रीमती पटले ने आयोजित बैठक में विभागों द्वारा ई- फाईल सिस्टम की समीक्षा की। उन्होंने समस्त अधिकारियों को ई- फाईल के माध्यम से फाइलें प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस अवसर पर एनटीपीसी गाडरवारा अंतर्गत सामुदायिक विकास निधि मद से स्वीकृत कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये, जिससे एनटीपीसी से प्राप्त राशि को विकास कार्यों में व्यय किया जा सके। कलेक्टर श्रीमती पटले सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय सीमा की बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रही थी। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री दलीप कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजली शाह, संयुक्त कलेक्टर सुश्री वंदना जाट, सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने संबल पोर्टल अंतर्गत निकायवार अनुग्रह आवेदन की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने 7 दिवस के अंदर संबल पोर्टल के आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और श्रमिकों के लिए संबल योजना के अंतर्गत लाभांवित करने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आयोजित बैठक में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आवास सहायता योजना, गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना, मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के संबंध में भी समीक्षा की।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने आयोजित बैठक में समग्र ई-केवायसी की स्थिति की समीक्षा की। विभागीय अधिकारियों को समग्र ई- केवायसी के प्रकरणों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने को कहा गया। इस अवसर पर खाद्यान्न वितरण की स्थिति की भी समीक्षा की गई। उपभोक्ताओं को नियमित रूप से पात्रता अनुसार खाद्यान्न का वितरण करने को कहा गया। आयोजित बैठक में धरती आबा योजना अंतर्गत जनधन खाता, आधार कार्ड, आयुष्मान, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, उज्जवला योजना सहित विभिन्न योजनाओं से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि धरती आबा योजनांतर्गत हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित किया जाए। इस अवसर पर जिला स्तरीय बंधक श्रम समिति की बैठक ली गई। जिसके तहत होटल, ढाबों और विभिन्न निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों में बाल श्रमिक न हो, इस संबंध में मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग क्षेत्र भ्रमण के दौरान बाल श्रमिक न हो, इस संबंध में निरीक्षण करें। उन्होंने इस अवसर पर जिले के श्रमिक और पलायन करने वाले श्रमिकों के संबंध में डाटा तैयार रखने के निर्देश दिये, जिससे श्रमिकों को किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर सम्पर्क किया जा सके।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने इसके बाद जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव के संबंध में समीक्षा की। इस अवसर पर जलवायु प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, तापमान में वृद्धि, वर्षा की स्थिति में बदलाव, समुद्र के जल स्तर में वृद्धि इत्यादि के बारे में बताया गया। बैठक में खेतों में पलारी- नरवाई न जलाने, कार्यालय या घरों में विद्युत ऊर्जा बचाने तथा सौर ऊर्जा का उपयोग करने, पौधरोपण, रासायनिक खादों का उपयोग एवं अनावश्यक वाहनों को चालू न रखने के संबंध में बताया गया। पर्यावरण संरक्षण के संबंध में वनों की सुरक्षा, वन क्षेत्र को बढ़ाना, वनों की कटाई रोकना, जैविक खाद का उपयोग, आर.ओ. के खराब पानी का उपयोग करने के संबंध में जानकारी दी गई। कलेक्टर श्रीमती पटले ने आयोजित बैठक में आरबीसी 6-4 के प्रकरणों का निर्धारित समय में निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति की समीक्षा की। क्षतिग्रस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत कर उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिए।