
मोदी जी रोड दो', लीला साहू के बाद अब मैहर के मासूमों का वीडियो वायरल
मैहर में बहते पानी में फंसी जिंदगी, गौरैया की सड़क फिर बनी काल, स्कूली बच्चों की जान सांसत मेमोदी जी रोड दो', लीला साहू के बाद अब मैहर से आवाज आई
'मोदी जी रोड दो', लीला साहू के बाद अब मैहर के मासूमों का वीडियो वायरल
मैहर में बहते पानी में फंसी जिंदगी, गौरैया की सड़क फिर बनी काल, स्कूली बच्चों की जान सांसत मे
आप सोचिए... अगर आपके बच्चे हर रोज स्कूल जाते वक्त बहते पानी में जान जोखिम में डालें, तो क्या आप चैन से बैठ सकते हैं? लेकिन मैहर तहसील के गौरैया गांव में यही हो रहा है... जहां स्कूली बच्चे और ग्रामीण तेज बहाव से बहती सड़क को पार करने को मजबूर हैं। और प्रशासन? वो मौन तमाशबीन बना बैठा है! ये तस्वीरें किसी फिल्म की नहीं हैं, ये हकीकत है मैहर जिले के मैहर तहसील की... जहां गौरैया गांव की मुख्य सड़क भारी बारिश के बाद बह गई है। ये वही सड़क है जो करैया, कुटाई और दो अन्य गांवों को जोड़ती है... लेकिन आज ये सड़क, मौत का रास्ता बन चुकी है! हर रोज स्कूली बच्चे जान हथेली पर लेकर इस रास्ते को पार करते हैं। न पुलिया है, न वैकल्पिक रास्ता...
और सबसे बड़ी बात – ये कोई पहली बार नहीं हुआ है।
पहले भी इस खतरनाक रास्ते ने तीन मासूमों की जान ले ली... लेकिन न नेताओं की नींद खुली, न अफसरों की! सालों से शिकायत कर रहे हैं साहब, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। बच्चों को ले जाना मुश्किल हो गया है।
ग्रामीण तीन बच्चों की जान जा चुकी है पहले, क्या अब और मौत का इंतज़ार है सरकार को?
ये सिर्फ गौरैया गांव की नहीं, पूरे सिस्टम की कहानी है। सवाल ये है – कब तक गांव की जनता ऐसे ही प्रशासनिक लापरवाही की सजा भुगतती रहेगी?
कब तक स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ होता रहेगा?
क्या किसी बड़ी दुर्घटना के बाद ही प्रशासन की नींद खुलेगी?