गाँव शौलाका और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र अंधेरे में, विकास के नाम पर धोखा!
पलवल। गाँव शौलाका सहित आसपास के कई गाँव इन दिनों बिजली की भारी समस्या से जूझ रहे हैं। गाँव वालों का कहना है कि कई दिनों से लाईट की आवाजाही बनी हुई है, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। न तो पढ़ाई संभव है, न ही जरूरी घरेलू कार्य।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि "विकास के नाम पर केवल झूठे वादे किए गए, जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं बदला।"
स्थानीय निवासी बताते हैं कि बिजली विभाग को कई बार शिकायत देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गाँव में अंधेरा होने से बच्चों की पढ़ाई और किसानों के काम बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रामीणों की माँग:
- नियमित बिजली आपूर्ति की जाए।
- ट्रांसफॉर्मर और लाइनों की मरम्मत तुरंत हो।
- जनप्रतिनिधियों को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
यदि जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया, तो ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।
"हमें अंधेरे में छोड़ कर सरकार किस विकास की बात करती है?" – एक बुजुर्ग ग्रामीण की पीड़ा।