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आँगनबाड़ी केंद्र बनेंगे प्री प्राइमरी स्कूल, बच्चों को मिलेगा नया फर्नीचर

जिले के 287 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी के रूप में विकसित किया जायेगा। ऐसा करने के लिए बच्चों के अनुकूल फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक केंद्र के लिए निदेशालय की ओर से 25-25 हजार रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।

इन केंद्रों में छह वर्ष तक के बच्चों को अक्षर ज्ञान व रुचिकर तरीके पढ़ाया जाएगा। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और संविदा एजुकेटर्स की मदद ली जाएगी। कक्षा एक में प्रवेश की उम्र पूर्ण होने पर बच्चों का प्रवेश परिषदीय स्कूल में कर लिया जाएगा।

जिले में 287 को लोकेटेड आंगनबाड़ी परिषदीय स्कूल भवन में संचालित हैं। अब इनके संचालन में बेसिक शिक्षा विभाग भी भूमिका निभाएगा। जुलाई में विभाग एजुकेटर्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर रहा है। लेकिन उससे पहले इन केंद्रों पर बाल मैत्री फर्नीचर (बच्चों को आकर्षित करने व बैठने में आरामदायक) का इंतजाम किया जाएगा।

बच्चों की सहूलियत के हिसाब से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी) की ओर से फर्नीचर का डिजाइन किया है। तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को इस फर्नीचर से सहूलियत होगी। प्रत्येक को आंगनबाड़ी को 25-25 हजार रुपये का बजट शिक्षा महानिदेशक कार्यालय की ओर से जारी किया जाएगा। जेम पोर्टल से इसकी खरीद की जाएगी।

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