
सिद्धार्थनगर: भीषण गर्मी से खेत-बच्चे सब बेहाल, किसान परेशान, विद्यालयों में बिजली व्यवस्था ठप।
सिद्धार्थनगर: भीषण गर्मी से खेत-बच्चे सब बेहाल, किसान परेशान, विद्यालयों में बिजली व्यवस्था ठप
सिद्धार्थनगर, 24 जुलाई।
जिले में जारी भीषण गर्मी ने आम जनजीवन के साथ-साथ किसानों और विद्यार्थियों की परेशानी को चरम पर पहुँचा दिया है। जहां एक ओर लू के थपेड़ों से लोग बेहाल हैं, वहीं दूसरी ओर खेत-खलिहान भी इस प्रचंड गर्मी की मार से अछूते नहीं हैं।
किसानों के लिए यह गर्मी किसी आपदा से कम नहीं है। धान की फसल सूखने लगी है, खेतों की मिट्टी तेज धूप से फट रही है। किसान दिन-रात रोपाई में जुटे हैं और अपनी साल भर की पूंजी खेतों में लगा चुके हैं, लेकिन पानी की भारी कमी और आसमान से बरसती आग जैसी धूप ने उनकी मेहनत पर संकट ला दिया है। किसान भयभीत हैं कि यदि जल्द बारिश नहीं हुई तो उन्हें अन्न के लाले पड़ सकते हैं।
एक किसान, शिवकुमार यादव ने बताया, "हमने अपनी पूरी पूंजी धान की फसल में लगा दी है। जमीन में दरारें पड़ गई हैं, नहरें सूखी हैं और बारिश का कहीं नामोनिशान नहीं है। अब भगवान भरोसे हैं।"
उधर विद्यालयों में भी स्थिति गंभीर है। बिजली की आपूर्ति चरमराई हुई है। अधिकांश स्कूलों में न तो पंखे चल पा रहे हैं और न ही पीने के पानी की समुचित व्यवस्था हो पा रही है। तेज गर्मी के बीच छात्र-छात्राएं बेहाल हैं और अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है।
अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि भीषण गर्मी को देखते हुए अविलंब स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया जाए और किसानों की स्थिति पर भी तत्काल ध्यान देते हुए राहत कार्य शुरू किया जाए।
स्थानीय प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं, जबकि ज़मीन और जीवन दोनों जल रहे हैं।