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संसार में रहकर के भगवान की भक्ति साधन से नहीं साधना से ही संभव है, भविष्य दर्पण/नीरज सोलंकी


हाटपीपल्या के समीप ग्राम मनापिपल्या में चल रही भागवत कथा में कथावाचक पंडित योगेश शर्मा हाटपीपल्या ने कहा संसार में रहकर के भगवान की भक्ति साधन से नहीं साधना से ही संभव है, साधन तो मैं एक से दूसरे स्थान तक मात्र पहुंचा सकता है, लेकिन हमारे द्वारा की गई साधना हमे ईश्वरीय मार्ग तक सुगंता से पहुंचा देती है यह बात ग्राम मना पिपलिया में आयोजित दूसरे दिवस नानी बाई का मायरा कथा में कहीं, उन्होंने कथा प्रसंग में आगे कहां की नरसिंह की भक्ति हमें भगवान कृष्ण से जोड़ती है जिसे हमें कृष्ण भक्ति मिलती है कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ने उपस्थित होकर कथा का लाभ लिया ।

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