शिवसागर जिले के अमगुड़ी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ थानेदार द्वारा किए गए कथित शारीरिक दुर्व्यवहार का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, अमगुड़ी थाना के प्रभारी अधिकारी अर्पण शইकिया पर आरोप है कि उन्होंने नशे की हालत में एक किशोरी को शारीरिक रूप से अपदस्थ किया। यह गंभीर घटना उस समय सामने आई जब वह कथित तौर पर लड़की के घर शराब पीकर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से अपशब्दों में बात की। पीड़िता के परिवारजनों का आरोप है कि OC शइकिया ने बिना किसी उचित कारण के घर में घुसकर किशोरी के साथ दुर्व्यवहार किया और विरोध करने पर परिवार को धमकाया। बताया जा रहा है कि नशे में होने के कारण अधिकारी का व्यवहार बेहद आक्रामक और अपमानजनक था, जिससे पूरा परिवार डर और मानसिक आघात में है। घटना के बाद से क्षेत्र में जनाक्रोश बढ़ गया है, और स्थानीय नागरिक, छात्र संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने प्रदर्शन करते हुए आरोपी OC के तत्काल निलंबन और गिरफ्तारी की मांग की है। इस घटना ने असम पुलिस की छवि को सवालों के घेरे में ला दिया है, क्योंकि जिस पद पर बैठकर आमजन को सुरक्षा दी जानी चाहिए, वही व्यक्ति अब अभियुक्त के कटघरे में खड़ा है। यदि समय रहते इस पर कड़ी कार्यवाही नहीं हुई, तो यह मामला कानून व्यवस्था और जन-विश्वास दोनों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। पीड़िता के परिवार को अभी तक किसी उच्चाधिकारी द्वारा संपर्क नहीं किया गया है, जिससे उनकी न्याय की उम्मीदें डगमगाती नजर आ रही हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि सरकार और पुलिस महकमा इस पर तुरंत कार्रवाई करे और ऐसे अधिकारियों को पुलिस सेवा से बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।