
चाराइदेव पुलिस और असम राइफल्स की संयुक्त कार्रवाई में एनएससीएन (केवाईए) के शीर्ष उग्रवादी कमांडर यामेन कन्याक गिरफ्तार
असम और नागालैंड की संवेदनशील सीमा से लगे सोनारी थाना क्षेत्र के सिंगलोपथार गांव में, चाराइदेव पुलिस और असम राइफल्स के संयुक्त विशेष अभियान में उग्रवादी संगठन एनएससीएन (KYA) के खतरनाक और वांछित कमांडर यामेन कन्याक को धर दबोचा गया। गिरफ्तार उग्रवादी अपने संगठन में "सेल्फ स्टाइल्ड कर्नल" के रूप में जाना जाता है और उस पर कई वर्षों से असम-नागालैंड सीमा पर उग्रवाद फैलाने, हथियारों की तस्करी करने और गुप्त शिविर चलाने का आरोप था। ऑपरेशन के दौरान उसके कब्जे से एक A32 बोर की अत्याधुनिक पिस्तौल और एक विदेशी निर्मित हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ, जिससे उसके खतरनाक मंसूबों की पुष्टि होती है। यामेन कन्याक की पहचान केवल एनएससीएन (KYA) तक सीमित नहीं है, बल्कि वह उल्फा (आई) के कुख्यात कमांडर प्रदीप असम का नजदीकी सहयोगी भी माना जाता है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इन दोनों के बीच असम विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक समन्वित नेटवर्क मौजूद है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में हथियारों की तस्करी, धन की व्यवस्था और नई भर्ती जैसे कार्यों में लिप्त है। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसमें उग्रवादी गुटों के फंडिंग चैनल, सुरक्षित पनाहगाह, संपर्क बिंदु और प्रशिक्षण शिविरों की जानकारी सामने आ सकती है। यह कार्रवाई असम सरकार और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूर्वोत्तर में सक्रिय उग्रवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। चाराइदेव पुलिस की सतर्कता और असम राइफल्स की रणनीतिक योजना ने इस सफल ऑपरेशन को संभव बनाया, जिससे सीमावर्ती सुरक्षा में एक नया भरोसा पैदा हुआ है।