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ककोड़ पंचायत चुनाव 2025: महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और डीकर सिंह मेवाड़ी की ऐतिहासिक जीत बनी चर्चा का केंद्र

उत्तराखंड के ककोड़ क्षेत्र में संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 ने कई नए संकेत दिए हैं। इस चुनाव में जहां एक ओर महिलाओं की जबरदस्त भागीदारी देखने को मिली, वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत सदस्य के रूप में डीकर सिंह मेवाड़ी ने जीत दर्ज की उन्होंने लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया।

इन चुनावों ने यह साफ कर दिया कि अब ग्रामीण मतदाता केवल परंपराओं या संबंधों के आधार पर नहीं, बल्कि काम, दृष्टिकोण और सेवा भावना को देखकर फैसला करते हैं। आइए जानते हैं इस चुनाव में कौन रहे चर्चित चेहरे, और क्या हैं जनता की अपेक्षाएं।


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👩‍💼 माधवी मेवाड़ी बनीं ग्राम प्रधान – जनता का भरोसा मिला ईमानदार छवि पर

ककोड़ ग्राम सभा से माधवी मेवाड़ी ने 196 वोटों के साथ विजय हासिल की। उनके विरोध में चुनाव लड़ने वाली प्रत्याशियों में:

सरिता मेवाड़ी को 178 वोट,

इंदु मेवाड़ी को 122 वोट,

नेहा मेवाड़ी को 73 वोट प्राप्त हुए।


माधवी की जीत को ग्रामीणों ने विकास और ईमानदारी की जीत बताया। महिलाओं में विशेष रूप से उत्साह देखने को मिला। कई महिलाओं ने कहा:

> “अब समय है कि गांव की समस्याओं को सीधे पंचायत स्तर पर उठाया जाए, और माधवी उस आवाज़ को सही मंच दे सकती हैं।”



माधवी मेवाड़ी की जीत सिर्फ एक चुनावी जीत नहीं, बल्कि जनता की उम्मीदों और लोकतंत्र की सोच का प्रतीक है।


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🧕 ज्योति मेवाड़ी बनीं क्षेत्र पंचायत सदस्य – कांटे की टक्कर में हासिल की जीत

ककोड़ क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर भी मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। अंतिम राउंड तक मतगणना में उतार-चढ़ाव बना रहा, लेकिन अंततः ज्योति मेवाड़ी ने 376 वोटों के साथ विजय पाई।

अन्य प्रत्याशी:

अनी देवी – 361 वोट

लीला भट्ट – 313 वोट


इस मुकाबले ने यह साबित कर दिया कि ग्रामीण जनता हर वोट की कीमत समझती है, और अब नेतृत्व को परखा जाता है, पूजा नहीं।

🔹 जनता की उम्मीदें:

महिला सुरक्षा और शिक्षा

पारदर्शी शासन

स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच

युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना



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🌟 डीकर सिंह मेवाड़ी: सेवा और सिद्धांत की जीत

इस चुनाव में सबसे खास और ऐतिहासिक जीत रही डीकर सिंह मेवाड़ी की, जिन्होंने जिला पंचायत सदस्य पद पर विजय प्राप्त की। चुनाव परिणाम आते ही क्षेत्र में जश्न और गर्व का माहौल देखा गया।

🗣️ जीत के बाद डीकर जी ने क्या कहा?

> "यह जीत मेरी नहीं, क्षेत्र की जनता की है। मैं हर वर्ग के मतदाता का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे यह सेवा का अवसर एक बार फिर दिया। मेरा प्रयास रहेगा कि हर गांव, हर घर तक विकास पहुंचे और ककोड़ को एक आदर्श क्षेत्र बनाया जा सके।"



गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर वर्ग में डीकर जी की जीत को लेकर खुशी और भरोसा देखा गया।

> “डीकर जी ने क्षेत्र को जिस तरह से बदलने का काम किया है, वैसा नेता मिलना मुश्किल है,” — ककोड़ के निवासी शिव प्रसाद रावत




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🏗️ अब जनता को क्या उम्मीदें हैं?

अब जब डीकर मेवाड़ी जिला पंचायत सदस्य, ज्योति मेवाड़ी क्षेत्र पंचायत सदस्य, और माधवी मेवाड़ी ग्राम प्रधान चुनी गई हैं — जनता को उनसे अनेक उम्मीदें हैं:

स्वास्थ्य केंद्रों का सुदृढ़ीकरण

सड़क एवं परिवहन योजनाओं में प्राथमिकता

ग्रामीण रोजगार योजनाओं को सक्रिय बनाना

शिक्षा व्यवस्था में सुधार और डिजिटल साक्षरता पर बल

महिलाओं की भागीदारी और सुरक्षा को संस्थागत रूप देना



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📈 महिलाओं की भागीदारी: लोकतंत्र को नई दिशा

इस बार के पंचायत चुनाव में ककोड़ जैसी ग्राम सभाओं ने यह प्रमाणित कर दिया कि महिलाएं न केवल चुनाव लड़ सकती हैं, बल्कि जीत भी सकती हैं और नेतृत्व भी कर सकती हैं।

ग्राम प्रधान – महिला

क्षेत्र पंचायत सदस्य – महिला

जिला पंचायत सदस्य – अनुभवी और जनप्रिय पुरुष प्रतिनिधि


यह सामंजस्य बताता है कि राजनीति अब केवल पुरुष प्रधान नहीं, बल्कि समानता और सोच प्रधान हो गई है।


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🔚 निष्कर्ष: ककोड़ बना लोकतंत्र का उदाहरण

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के परिणामों ने ककोड़ क्षेत्र को एक मॉडल पंचायत क्षेत्र के रूप में प्रस्तुत किया है। जहां एक ओर जनविश्वास के प्रतीक डीकर मेवाड़ी हैं, वहीं उभरती हुई महिला नेतृत्वकर्ता के रूप में माधवी और ज्योति मेवाड़ी ने नई पीढ़ी को एक सकारात्मक संदेश दिया है।

अब समय है इन वादों को विकास के धरातल पर उतारने का, ताकि हर गांव, हर गली, और हर नागरिक कह सके — हमें हमारे प्रतिनिधियों पर गर्व है।

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