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*मोहनलालगंज में विकास की नई रफ्तार, डॉ. अजय पांडे "सत्यम" ने पूरा किया पिता का सपना*

मोहनलालगंज नगर पंचायत अब पिछड़ेपन की पहचान नहीं, बल्कि विकास की नई मिसाल बन चुकी है। यह परिवर्तन संभव हो पाया है व्यापार मंडल अध्यक्ष एवं चेयरमैन प्रतिनिधि डॉ. अजय पांडे "सत्यम" की दूरदर्शिता और जनसेवा के संकल्प से।

डॉ. सत्यम ने क्षेत्रवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इंटरलॉकिंग सड़कों, आरसीसी निर्माण, पीने के पानी हेतु वाटर कूलर की व्यवस्था, तथा स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए नगर को एक नया रूप देने का कार्य किया। आज नगर पंचायत के अधिकांश मोहल्लों में पक्की सड़कें, रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था और साफ-सुथरा वातावरण देखने को मिलता है।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यह वही मोहनलालगंज है, जिसे कभी विकास से दूर माना जाता था। सुजीत पांडे जी के नेतृत्व में भी क्षेत्र में विकास की लहर शुरू हुई थी, लेकिन समय ने उनका साथ नहीं दिया। अब उनके पुत्र डॉ. अजय पांडे "सत्यम" ने उस अधूरे सपने को न केवल पूरा किया, बल्कि विकास को नई ऊंचाई दी।

यह विकास यात्रा यहीं नहीं रुकी।
दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉ. अजय पांडे "सत्यम" को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया, जो इस बात का प्रतीक है कि उनका काम केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जा रहा है। देश की अनेक संस्थाओं द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया है l यह उनके जनसेवा, नेतृत्व क्षमता और दूरदृष्टि का प्रमाण है।
क्षेत्रवासी डॉ. सत्यम को न केवल एक जनप्रतिनिधि, बल्कि परिवार का हिस्सा मानते हैं। उनका कहना है —
"अगर कभी सरकार उन्हें कोई बड़ा पद देती है, तो पूरा मोहनलालगंज इसे दिवाली और ईद की तरह मनाएगा। लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ खिलाकर अपनी खुशी ज़ाहिर करेंगे।"

डॉ. सत्यम ने कभी जाति, धर्म या वर्ग के आधार पर किसी से भेदभाव नहीं किया। वे हर नागरिक के सुख-दुख में साथ खड़े रहते हैं। जनता को आज भी विश्वास है कि वे जिस तरह अपने पिता स्व. सुजीत पांडे के अधूरे सपनों को साकार कर रहे हैं, उसी तरह मोहनलालगंज को विकास के हर मुकाम तक पहुंचाएंगे।
जब सूर्योदय भास्कर के संवाददाता ने डॉ. अजय पांडे "सत्यम" से इस भावनात्मक जनसमर्थन पर प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने विनम्रता से कहा,
मेरे क्षेत्र की जनता की हर खुशी में ही मेरी खुशी है। मैं उनके इस प्यार और विश्वास का कर्ज कभी भी नहीं उतार सकता।
डॉ. सत्यम की यह भावना और उनका समर्पण ही उन्हें आम नेता नहीं, बल्कि जनता का सच्चा सेवक बनाता है।
सूर्योदय भास्कर , मुकुल सिंह

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