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UPCA ने सोसाइटी से कंपनी बन कर किया सबसे बड़ा भ्रष्टाचार, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अनदेखी: मोहसिन रज़ा

अलीगढ (उप्र )



UPCA ने सोसाइटी से कंपनी बन कर किया सबसे बड़ा भ्रष्टाचार, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अनदेखी: मोहसिन रज़ा


लखनऊ, ०२ अगस्त २०२५: "सेव उत्तर प्रदेश क्रिकेट" अभियान के तहत, पूर्व मंत्री एवं रणजी क्रिकेटर श्री मोहसिन रज़ा ने एक और वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के भ्रष्टाचार की जड़ पर प्रहार किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि UPCA का 'सोसाइटी' से 'प्राइवेट लिमिटेड कंपनी' में बदलना ही सारे भ्रष्टाचार का मूल कारण है और यह कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा BCCI से मिलने वाले ₹100 करोड़ के फंड को लूटने की एक सोची-समझी साज़िश है।

श्री रज़ा ने इस वीडियो में UPCA के प्रबंधन द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का भी गंभीर आरोप लगाया है।


*वीडियो में लगाए गए प्रमुख आरोप:*

भ्रष्टाचार का मूल - 'कंपनी का खेल': श्री रज़ा ने स्पष्ट किया कि UPCA को जानबूझकर एक प्राइवेट कंपनी में बदला गया ताकि सार्वजनिक और सरकारी जवाबदेही से बचा जा सके।

एक सोसाइटी खेल के विकास के लिए काम करती है, जबकि कंपनी का मुख्य उद्देश्य मुनाफ़ा कमाना होता है।

*सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन:*
यह कदम सीधे तौर पर माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों का उल्लंघन है, जिन्हें लागू करना देश की सभी क्रिकेट संस्थाओं के लिए अनिवार्य है। UPCA कंपनी एक्ट की आड़ में इन सुधारों को लागू करने से बच रही है।

*अवैध फंड ट्रांसफर का आरोप:*
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व की सोसाइटी के फंड को भी गैर-कानूनी तरीके से इस नई बनी कंपनी में ट्रांसफर कर उसका बंदरबांट किया गया।

*सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग:* श्री रज़ा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि UPCA एक निजी कंपनी की तरह काम करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए स्टेडियमों और अन्य संसाधनों का पूरा लाभ उठा रही है, लेकिन इसका फायदा प्रदेश के खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा है।

*प्रदर्शन की जगह ट्रायल को प्राथमिकता:*
उन्होंने कहा कि यह कंपनी क्रिकेट टूर्नामेंट कराने की बजाय 'ट्रायल' पर ज़्यादा ध्यान देती है, क्योंकि ट्रायल के नाम पर खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों का आसानी से दोहन किया जा सकता है।
*अभियान की मांगें और अपील:*
श्री रज़ा ने प्रदेश के सभी 75 जिलों के खिलाड़ियों, अभिभावकों और पंजीकृत क्रिकेट संघों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे इस लड़ाई को माननीय मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ जी, और BCCI तक ले जा रहे हैं ताकि:

UPCA में लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
वर्तमान कंपनी संरचना को भंग कर, एक पारदर्शी एपेक्स काउंसिल (Apex Council) का गठन हो।
खिलाड़ियों का चयन ट्रायल के बजाय जिला स्तर के टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन के आधार पर सुनिश्चित हो।
उन्होंने विश्वास जताया कि यदि प्रदेश की जनता एकजुट हो जाए तो इस भ्रष्ट व्यवस्था को जड़ से उखाड़ा जा सकता है और उत्तर प्रदेश क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है।

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