
नाव दुर्घटना एवं पानी में डूबने से बचाव के संदर्भ में दी गई जानकारी
गोरौल प्रखंड स्थित आरपीसीजे उच्च माध्यमिक विद्यालय बेलवरघाट में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत सुरक्षित शनिवार की वार्षिकी सारणी के अनुसार अगस्त माह के प्रथम शनिवार 02/08/2025 को नाव दुर्घटना एवं पानी में डूबने से बचाव के संदर्भ में जानकारी दी गई । सुरक्षित शनिवार के नोडल शिक्षक उमेश कुमार प्रसाद सिंह ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहां की नाव दुर्घटना एवं डूबने से होने वाले खतरों तथा उससे बचाव के लिए क्या-क्या सावधानी बरतेंगे तथा डूब रहे व्यक्ति के बचाव के लिए क्या-क्या उपाय करेंगे और यदि पानी में कोई डूब गया है तो उसके प्राथमिक उपचार के लिए कौन-कौन से उपाय करेंगे । इसके बारे में विस्तृत जानकारियां दी गई । इन्होंने कहा कि नौका चालक एवं नौका यात्री सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है । नौका चालक को लाइफ जैकेट पहन कर रहना चाहिए, नौका यात्रियों के लिए पर्याप्त तैरने वाला उपकरण होना चाहिए । मौसम संबंधित जानकारी होनी चाहिए । नाव का नियमित रखरखाव करना चाहिए । आपदा से संबंधी उपकरण साथ में रखें और सुरक्षा उपायों की जानकारी यात्रियों को प्रदान करें । नौका यात्री को भी नौका चालक के निर्देशों पर ध्यान देनी चाहिए, उनके द्वारा बताए गए सभी नियमों का पालन करना चाहिए। नाव पर चढ़ते समय या उतरते समय सावधानियां बरतनी चाहिए। घाटों एवं नाव पर स्वच्छता का भी ध्यान रखा जाना चाहिए । नौका चालक को यह भी ध्यान देना है कि नाव पर अधिक भार ना हो तथा क्षमता से अधिक यात्री को न बैठाएं । नाव में पशुओं के साथ यात्रियों को न बैठाएं ,खराब मौसम अथवा तेज हवाओं में नाव का उपयोग न करें और नाव में वाहन को न रखें । यात्रियों को भी चाहिए कि नाव पर झगड़ा ना करें ,चालक का ध्यान न भटकाएं ,नाव पर चढ़ते उतरते समय जल्दबाजी ना करें । नाव भरी होने की स्थिति में अपनी अपने जगह बदलने का प्रयास न करें ,अन्यथा दुर्घटना हो सकती है ।नाव दुर्घटना होने पर सबसे पहले सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करें। तुरंत रुके और मदद के लिए पुकारे । यदि संभव हो तो प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करें और पुलिस को सूचित करें। साथ ही मदद के लिए पुकारे, अपने स्थान की जानकारी दें ,शांत रहे ,नव को सुरक्षित स्थान पर ले जाए आदि उपाय करना चाहिए । यदि नाव दुर्घटना हो जाती है तो जल्दबाजी ना करें ,शराब या नशीली दवाओं का सेवन न करें । अकेले बचाव करने की कोशिश ना करें, दूसरे नाव को नुकसान नहीं पहुंचाए और झूठी जानकारियां नहीं दें। यदि कोई व्यक्ति पानी में डूब रहा है तो उसे निकालने का प्रयास करें तत्पश्चात चिकित्सीय सुविधा प्रदान करें। स्नान करने के पहले भी यह सुनिश्चित हो लेना चाहिए कि हम गहरे पानी में ना जाएं और जो स्नान करने के लिए जगह निश्चित है वही स्नान करें। इस अवसर पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार शरण ने भी आपदा से बचने के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए आवश्यक सुझाव दिए । इसके साथ ही एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों को वृक्षारोपण करने की अपील की गई और वृक्ष प्रदान किए गए।कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षक कुमार चंदन,नीतू कुमारी, राकेश कुमार,जय कृष्ण पाठक, राजीव कुमार, अजीत कुमार निषाद ,पिंटू कुमार ,अब्दुल हक , कुमार प्रभाकर आकृति प्रकाश,सुभद्रा कुमारी, शबानाज एवं पंकज कुमार उपस्थित रहे।