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गाजीपुर में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन सतर्क: जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य तेज

गाजीपुर, 03 अगस्त 2025। (सू.वि.)
गाजीपुर जनपद में गंगा व घाघरा नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार के निर्देश पर सभी तहसीलों में बाढ़ से प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण तेज कर दिया गया है। सदर, सेवराई, मोहम्मदाबाद, सैदपुर और जमानिया क्षेत्रों के उपजिलाधिकारी खुद क्षेत्र में उतरकर हालात का जायजा ले रहे हैं और प्रभावित ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित कर रहे हैं।

सेमरा में 10 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया

मोहम्मदाबाद तहसील के उपजिलाधिकारी ने गांव सेमरा और आसपास के बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय सेमरा प्रथम में स्थापित बाढ़ चौकी में 10 परिवारों को सुरक्षित रूप से पुनर्वासित किया गया है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने नाव और पैदल चलकर बाढ़ प्रभावित रास्तों और गांवों का दौरा किया तथा चारा, दवा, पेयजल और लोगों की सुरक्षा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पशुओं और ग्रामीणों की सुरक्षा में कोई कोताही न हो।

कामाख्या धाम सेवराई और रेवतीपुर बाढ़ सरणालय किए गए एक्टिव.

उपजिलाधिकारी सेवराई ने बाढ़ की विभीषिका के चपेट मे आए गाँवो का दौरा किया और बाढ़ चौकिया व बाढ़ सरणालय केंद्रों मे जनसुविधाओं से युक्त सभी आवश्यक आवश्यकताएं पूर्ण कर लिए गए हैं. तहसील प्रशासन किसी भी विषम परिस्थिति के लिए 24 घंटे तैयार हैं. उपजिलाधिकारी लोकेश कुमार ने सभी सम्बंधित अधिकारियो व कर्मियों क़ो विशेष सतर्क रहने क़ो कहा.

जनपद में 160 सक्रिय बाढ़ चौकियां, 44 बाढ़ शरणालय

प्रशासन ने जनपद में अब तक 160 बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं, जिनमें 44 बाढ़ शरणालय शामिल हैं। प्रत्येक तहसील में नावों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है:

सैदपुर: 30 नावें

जमानियां: 80 नावें

सेवराई: 61 नावें

मोहम्मदाबाद: 30 नावें

सदर: 132 नावें

कासिमाबाद: 07 नावें


बाढ़ कंट्रोल रूम सक्रिय

ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे कंट्रोल रूम (0548-2224041, 9454417103) पर तत्काल सूचना दें और किसी भी आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करें। साथ ही, सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को व्हाट्सएप समूह के माध्यम से भी जोड़ा गया है, ताकि समय पर आवश्यक निर्देश व सहायता प्रदान की जा सके।

मुख्य राजस्व अधिकारी ने दी विस्तृत जानकारी.

मुख्य राजस्व अधिकारी आयुष चौधरी ने बताया कि जनपद में 07 बाढ़ राहत केंद्र बनाए गए हैं। सभी प्रभावित गांवों में 40 से अधिक नावें लगातार गश्त कर रही हैं।
सब्बलपुर कला गांव में जलस्तर बढ़ने के पूर्वानुमान को देखते हुए सभी पशुओं व ग्रामीणों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं, संभावित फसल हानि, व ग्रामीण आबादी की सूची तैयार की जा चुकी है, ताकि सहायता वितरण में किसी प्रकार की देरी न हो।

गाजीपुर प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तत्परता और सजगता का परिचय देते हुए व्यापक स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ कर दिए हैं। जिलाधिकारी के नेतृत्व में चल रही यह मुहिम न केवल एक उदाहरण है, बल्कि अन्य जनपदों के लिए भी एक प्रेरणा है। जनता से अपेक्षा है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और अफवाहों से बचते हुए अपने व अपने परिवार की सुरक्षा को सर्वोपरि रखें.

गाज़ीपुर से विवेकानंद राय की रिपोर्ट

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