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मांग के मुताबिक नहीं मिल रही खाद, भटक रहे किसान। परेशान किसान कब होगा समाधान फसल प्रभावित। डिमांड के सापेक्ष नहीं हो रही खाद की आपूर्ति। इफको बाजार खाद बेंच रहे मनमाने रेट पर।

सीतापुर।
गन्ना और धान की फसल के लिए खाद की जरूरत है। और किसान इफको किसान सेवा केंद्र एवं सहकारी समितियों पर उमड़ रहे हैं। लेकिन उनकी उम्मीद पूरी नहीं हो रही है। आलम यह है कि किसान कई-कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। बावजूद इसके मांग के मुताबिक खाद नहीं मिल रही हैं। किसान भटक रहे हैं।
कुछ ऐसा ही माहौल बुधवार की सुबह तहसील बिसवां क्षेत्र के विकास खण्ड सकरन अंतर्गत महराजनगर स्थित साधन सहकारी समिति पर देखने को मिला। करीब 1500 किसान खाद के लिए जुट गए। किसानों की बड़ी भीड़ देख कर समिति के सचिव प्रमोद मिश्रा ने किसानों को बताया कि महज 300 बोरी उपलब्ध है। जबकि मांग 1000 बोरी से ज्यादा है। सीमित स्टॉक के चलते एक एक बोरी देकर संतुष्ट करने की कोशिश की जा रही है।
ज्यादातर किसान परेशान दिखाई दिए। हालांकि समिति के सचिव ने खाद की आपूर्ति के मुताबिक वितरण प्रक्रिया शुरू करा दी। लेकिन इससे किसान संतुष्ट नहीं नजर आए। किसानों का कहना रहा कि खाद के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। फिर भी खाद नहीं मिल रही है। किसानों का कहना है की कई दिन से आ रहे हैं। मंगलवार को पूरा ट्रक आया था जिसमें 300 बोरी खाद समिति पर उतरी। आज वितरण हो रहा है। खाद की उम्मीद पूरी नहीं हुई। वहीं प्राइवेट दुकानदार 100 रुपए तक अधिक वसूल रहे हैं। सैकड़ों किसान शाम तक इंतजार के बाद मायूस होकर बिना खाद के लौट गए।

विशुन कुमार का कहना है कि मंगलवार को इफको बाजार लश्करपुर गया था वहां पर 360 रुपए की बोरी दी जा रही थी। सोचा था समिति से ले लेंगे। आज सुबह से लाइन में लगा हूं 3 बज रहा। 3.5 बीघा धान के लिए खाद की जरूरत है खाद नहीं मिली।

मुन्नूलाल ने बताया 9 बीघा धान की फसल खाद न मिलने से प्रभावित हो रही हैं। लश्करपुर इफको बाजार पर 350 रुपए मांग रहे थे। ऊपर से जिंक लेने का दबाव बना रहे थे। समिति पर 8 बजे से लाइन में लगे परेशान हो गया। खाद नहीं मिली।

सुनाई ने बताया 5 बीघा धान की फसल लगाई गई है। सुबह 6 बजे से लाइन में लगे है 4 बज रहा है। खाद की जरूरत है। भैया खाद नहीं मिली पता नहीं कब मिलेगी। बाहर 350 मांग रहे है।

रामलखन ने बताया कि 4 बजे से घर से आए हैं। 5 बीघा धान में खाद डालनी है शाम हो गई है। अभी तक खाद नहीं मिल पाई है।
बाहर से खरीदने भर के पैसे नहीं है।

हरिओम ने बताया 15 बीघा धान की रोपाई की है। सुबह से चक्कर लगा रहे है। खाद नहीं मिल पा रही है।

राजेंद्र ने बताया मेरे पास 11 बीघा जमीन है जिसमें धन की बुवाई की है। कई दिन आते हुए हो गए लेकिन खाद नहीं मिल सकी है। खाद के लिए जूझ रहा हूं।
इफको वाले मनमाने तरीके से खाद दे रहे है।
पप्पू, राजकुमार, रामनरेश, हरद्वारी, विनोद, सुरेश, हंसराज आदि ने बताया प्राइवेट वाले मनमाने दम पर खाद बेंच रहे है। समिति पर लंबी लाइन में लगे है फिर भी खाद नहीं मिल पा रही है। खाद नहीं मिली तो धान की पैदावार पर असर पड़ेगा। किसानों ने विभाग के अधिकारियों से खाद की किल्लत दूर किए जाने की मांग उठाई है।

समिति सचिव बोले- सिर्फ 300 बोरे खाद की आपूर्ति हुई।

साधन सहकारी समिति महाराजनगर के सचिव प्रमोद मिश्रा का कहना है कि सिर्फ 300 बोरे खाद की आपूर्ति हुई है। हमने किसानों को खाद की पर्ची दे दी है। सभी को खाद देने का प्रयास किया जा रहा है। जैसे-जैसे खाद मिल रही है, उसी के मुताबिक वितरण कर रहे हैं। डिमांड लगी हुई है। डिमांड के सापेक्ष खाद नहीं मिल पा रही है।

समिति अध्यक्ष बोले- डिमांड के आधार पर नही हो पा रही खाद की आपूर्ति

समिति के अध्यक्ष शिवशांत गुप्ता ने बताया खाद के लिए 6 डिमांड लगाई गई थी। जिसमें अभी तक 5 डिमांड की आपूर्ति हो पाई है। अभी भी एक डिमांड बाकी है। खाद की आपूर्ति समय पर हो जाए तो समस्या कुछ हद तक कम हो जाएगी।

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