
ट्रंप के व्यान से भारतीय बाजार में खलबली ।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के बयानों ने भारतीय शेयर बाज़ारों में हलचल मचा दी है। इस तरह के बयानों का असर अक्सर बाज़ारों पर तुरंत देखने को मिलता है, खासकर हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन।
ट्रंप ने भारत पर पहले से लगे टैरिफ को 25% से बढ़ाकर कुल 50% करने की घोषणा की फिर उसके बाद भारत से कोई निगोशिएशन नहीं करने के इस खबर के बाद भारतीय शेयर बाज़ार में निवेशकों में घबराहट फैल गई, जिसका सीधा असर शुक्रवार को बाज़ार के प्रदर्शन पर दिखा। हालांकि चाइना और रसिया भारत का सपोर्ट करते दिख रहे हैं ।
हफ्ते के आखिरी दिन, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांकों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। शुरुआती कारोबार में ही लाखों करोड़ रुपये का निवेशकों का पैसा डूब गया। मार्केट के मुख्य सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती बाजार में गिरावट के साथ ओपन हुआ लेकिन 10 बजकर 7 मिनट पर 500 अंक टूट गया खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 511.36 अंक के गिरावट के साथ 80111.90 पर ट्रेड कर रहा है । एक घंटे में ही निवेशक के हजारों करोड़ रुपया डूब गए हैं ।
इस घोषणा का सबसे ज़्यादा असर उन भारतीय कंपनियों पर पड़ा, जो अमरीका को बड़ी मात्रा में निर्यात करती हैं। इनमें फार्मा,ऑटोमोबाइल,केमिकल और टेक्सटाइल जैसे सेक्टर शामिल हैं। इन सेक्टरों से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भी लगातार भारतीय बाज़ार से पैसा निकाल रहे हैं, जिससे बाज़ार पर दबाव और बढ़ गया है।
ट्रंप के बयानों से निवेशकों में यह डर बैठ गया है कि भारत और अमरीका के बीच व्यापार युद्ध (trade war) बढ़ सकता है। अगर भारत पर टैरिफ बढ़ता है, तो भारतीय उत्पादों की लागत अमरीका में ज़्यादा हो जाएगी और उनकी मांग कम हो सकती है। इससे भारतीय कंपनियों के मुनाफे पर सीधा असर पड़ेगा।
हालाँकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप के इस तरह के बयान सिर्फ बातचीत की एक रणनीति का हिस्सा हो सकते हैं। लेकिन, जब तक स्थिति साफ़ नहीं हो जाती, तब तक बाज़ार में अनिश्चितता बनी रहेगी।
फिलहाल, घरेलू निवेशकों (DIIs) ने कुछ हद तक बाज़ार को सहारा दिया है। लेकिन बाज़ार की दिशा अब काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि भारत सरकार इस स्थिति से कैसे निपटती है। सरकार को अमरीका के साथ कूटनीतिक बातचीत करने और निर्यात को प्रभावित होने से बचाने के लिए कदम उठाने होंगे।
कुल मिलाकर, ट्रंप के बयानों ने भारतीय शेयर बाज़ार में अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है, जिससे निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में बाज़ार इस चुनौती का सामना कैसे करता है।
मनीष सिंह
शाहपुर पटोरी
@ManishSingh_PT