
आज 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है।
PRESS - RAM KUMAR TEKAM
SONEBHADRA 09/08/2025
विश्व आदिवासी दिवस हर साल की भाती आज दिनांक 9 अगस्त 2025 पूरे देश में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है, इसी तरह आज सोनभद्र में बभनडीहा में बड़ी ही धूम धाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजित किया जा रहा है जगह जगह से अपने नजदीकी पेनठाना से कार्योजित कर सभी बड़े बड़े पेन ठाना में नारे जयकारा लगाते हुए रैली निकालते हुए सब जा रहें हैं। जहां पर बभनी ब्लॉक, म्योरपुर ब्लॉक, दुद्धी ब्लॉक के सभी आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएंगे।जिसका उद्देश्य दुनिया भर में रहने वाले आदिवासी समुदायों के अधिकारों को बढ़ावा देना और उनकी संस्कृति, पहचान और योगदान का सम्मान करना है। यह दिन आदिवासियों के मानवाधिकारों की रक्षा और उनके आत्मनिर्णय के अधिकार को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है ।
*विश्व आदिवासी दिवस का इतिहास*
इस दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा की गई थी, जब 1982 में जिनेवा में आदिवासियों पर संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह की पहली बैठक हुई थी। दिसंबर 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषणा की कि हर साल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। पहला विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त 1995 को मनाया गया था।
*क्यों मनाया जाता है विश्व आदिवासी दिवस?*
- *अधिकारों की रक्षा*: आदिवासियों के मानवाधिकारों की रक्षा और उनके आत्मनिर्णय के अधिकार को बढ़ावा देना।
- *संस्कृति और पहचान का सम्मान*: आदिवासियों की विशिष्ट संस्कृति, भाषा, परंपरा और जीवन शैली का सम्मान करना।
- *जागरूकता बढ़ाना*: आदिवासियों की सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में लोगों को अवगत कराना।
- *पर्यावरण संरक्षण में योगदान*: आदिवासियों के पर्यावरण संरक्षण और पारंपरिक ज्ञान को स्वीकार करना, जो जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से लड़ने में उपयोगी है।
विश्व आदिवासी दिवस न सिर्फ एक उत्सव है, बल्कि एक ऐसा दिन है जो आदिवासियों को समाज की मुख्यधारा में लाने, उनके अधिकारों की रक्षा करने और उनकी अनूठी पहचान को बनाए रखने का संदेश देता है ¹।