आज भी आकर्षण का केंद्र होता हैं दंगल देखने को जुटते हैं ग्रामीण* भारत देश का पुराना शॉक होता था पहलवानी अपने बच्चों को हस्ट पुस्टि बनाने को पहलवान बनाया जाता था
फ़िरोज़ाबाद रिपोर्ट *आज भी आकर्षण का केंद्र होता हैं दंगल देखने को जुटते हैं ग्रामीण*भारत देश का पुराना शॉक होता था पहलवानी अपने बच्चों को हस्ट पुस्टि बनाने को पहलवान बनाया जाता था शावन के महीने में ग्रामीण क्षेत्र में लगाए जाते हैं दंगल दंगल में होते हैं कुस्ती के दाव पेच पुराने समय में प्रत्येक गाँव में पहलवानी के गुरु अखाड़े होते थे जो गाँव के युवाओं को कुस्ती के दाव पेच कुस्ती लड़ना सिखाते थे अब तो मात्र नाम रह गया हैं ग्राम सुरैल छोटी(सलेमपुर खुटियाना) पाड़म जसराना में आयोजित विशाल दंगल का विधिवत पूजन कर और फीता काटकर उद्घाटन किया ।दंगल की गूंज, चारों ओर फैली रौनक और लोगों का उत्साह देखकर मन प्रफुल्लित हो उठा। अंतिम विजेता दीपू निवासी फिरोजाबाद जी को 1100 रुपए एवं स्टील की टंकी भेंट करने का अवसर प्राप्त हुआ में समस्त आयोजकर्ता गौरव चौहान,सचिन चौहान,टिंकू तोमर द्वारा किए भव्य स्वागत सम्मान के लिए में हृदय से धन्यवाद करता हूं दंगल में लक्की ट्रस्ट अतुर्रा का परिवार जिसमें लोधी दिनेश राजपूत जी,मुकेश राजपूत,अभय सिंह,अनिल राजपूत आदि लोग उपस्थित रहे लोधी_देवेंद्र_सिंहअध्यक्ष:- लक्की ट्रस्ट अतुर्रा जसराना फ़िरोज़ाबाद पहली कुश्ती का हाथ मिलवाया।विराट कुश्ती दंगल में पहुंचे विभिन्न प्रांतों के पहलवान।दंगल देखने उमड़ी भारी भीड़, दिलचस्प हुई कुश्तियां,।देश के कौने कौने से महिला पुरुष पहलवानों ने की दंगल में शिरकत।दंगल प्रेमियों की भारी भीड़ की बीच दंगल सकुशल सफल संपन्न हुआ दंगल।