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सिविल अस्पताल में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस



अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस हर वर्ष 12 अगस्त को मनाया जाता है जिसका उद्देश्य युवाओं की समस्याओं, चुनौतियों और अवसरों को उजागर करना और समाज के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुधीर कुमार SMO की और इसका आयोजन श्रीमती उर्मिला BEE तथा समाजसेवी भूतपूर्व सरपंच श्री कर्ण सिंह जसात ने किया

डॉ सुधीर कुमार SMO ने बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होते हैं। यदि वे स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त हैं तो देश का भविष्य उज्ज्वल होता है। परंतु यदि युवा पीढ़ी अस्वस्थ है, तो इसका असर उनके व्यक्तिगत जीवन और पूरे समाज पर पड़ता है। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर जनस्वास्थ्य जागरूकता विशेष महत्व रखती है । जनस्वास्थ्य केवल बीमारियों के इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बीमारियों की रोकथाम और ऐसे जीवन-शैली को अपनाने पर केंद्रित है जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा दे। युवाओं के लिए यह मुख्य रूप से तीन पहलुओं में महत्वपूर्ण है –
1. शारीरिक स्वास्थ्य – संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, नशे से दूरी और स्वच्छ आदतें।
2. मानसिक स्वास्थ्य – तनाव प्रबंधन, अवसाद से बचाव, मानसिक बीमारियों के प्रति खुलापन और सहायता लेना।
3. सामाजिक स्वास्थ्य – अच्छे संबंध बनाना, हिंसा से दूर रहना और समुदाय में सक्रिय रहना।

किशोरावस्था से युवावस्था तक का समय जीवनशैली बनाने का सबसे संवेदनशील दौर होता है। अगर इस समय सही जानकारी और जागरूकता न मिले, तो गलत आदतें जीवनभर की समस्याओं का कारण बन सकती हैं। उन्होंने आंखें बताया कि युवाओं के सामने मौजूदा स्वास्थ्य चुनौतियाँ
1. मानसिक स्वास्थ्य संकट
2. जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ
3. नशे की लत
4. यौन और प्रजनन स्वास्थ्य समस्याए
5. संक्रामक रोग

श्रीमती उर्मिला BEE ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाव का पहला कदम जागरूकता है। सही जानकारी युवाओं को स्वस्थ आदतें अपनाने और जोखिम भरी गतिविधियों से बचने में मदद करती है। संतुलित आहार और व्यायाम के महत्व को समझाया । मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और मदद लेने की संस्कृति विकसित की जानी चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच की आदत डाली जा सकती है।
सुरक्षित यौन व्यवहार और प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा दी जा सकती है और नशा मुक्त जीवन के लिए प्रेरित किया जा सकता है।

समाजसेवी भूतपूर्व सरपंच श्री करण सिंह जी ने युवाओं के लिए स्वास्थ्यवर्धक आदतों के बारे में समझाते हुए बताया
1. संतुलित आहार – हरी सब्ज़ियाँ, फल, दाल, दूध, अनाज का उचित सेवन और तैलीय व मीठी चीज़ों की सीमित मात्रा।
2. नियमित व्यायाम – रोजाना कम से कम 30–60 मिनट पैदल चलना, दौड़ना, योग या खेल गतिविधियाँ।
3. मानसिक संतुलन – ध्यान, प्राणायाम, संगीत, पुस्तक पठन या कोई शौक अपनाना चाहिए
4. नशे से दूरी – तंबाकू, शराब, ड्रग्स जैसी चीज़ों से हमेशा बचना।
5. पर्याप्त नींद – प्रतिदिन 7–9 घंटे सोना चाहिए
6. नियमित स्वास्थ्य जांच करनी चाहिए

अंत में डॉ सुधीर कुमार SMO ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि यह युवाओं और समाज को यह याद दिलाने का अवसर है कि स्वास्थ्य ही सशक्त भविष्य की नींव है।
यदि युवा स्वस्थ होंगे तो शिक्षा, रोजगार और राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी अधिक प्रभावी होगी।
इसलिए जनस्वास्थ्य जागरूकता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि परिवार, शिक्षक, समाज और स्वयं युवाओं की भी जिम्मेदारी है।
याद रखिए –
"युवा केवल कल के नेता नहीं, बल्कि आज के साथी हैं।"
उनके स्वास्थ्य में निवेश करना, देश के उज्ज्वल भविष्य में निवेश करने जैसा है।

आज के इस कार्यक्रम में अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर सहयोग किया जिसमें मुख्य रूप से श्री लाल बहादुर, मुकेश मौजाबादी, मुकेश जरावता, रेखा शर्मा, अमित, ललित तथा समस्त HKRNL के स्टाफ ने सहयोग किया ।

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