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कुरैशी महासभा संस्थान राजस्थान का ऐतिहासिक संविधान विमोचन, समाज के उत्थान के लिए 39 बिंदुओं पर आधारित महाकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा!!

जयपुर, 12 अगस्त 2025 – पिंक सिटी प्रेस क्लब, जयपुर में आज एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन के तहत कुरैशी महासभा संस्थान राजस्थान (पंजीकृत) ने अपने संविधान का सार्वजनिक विमोचन किया और समाज के सर्वांगीण विकास के लिए 39 बिंदुओं पर आधारित महाकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की। इस विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष हाजी मकबूल मंडेलिया कुरैशी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व शिक्षा मंत्री हाजन नसीम अख्तर इंसाफ कुरैशी उपस्थित रही।

कार्यक्रम में संगठन के तमाम पदाधिकारी, प्रदेशभर के कुरैशी सामाजिक संगठनों के प्रमुख, राजनीतिक प्रतिनिधि, पार्षद, पंचायत समिति के सदस्य, सरपंच, कोटा उप महापौर, और विभिन्न जिलों से आए समाज के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। मंच पर मौजूद सभी गणमान्य लोगों ने समाज की एकता, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, रोजगार और सामाजिक सुधार के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
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मुख्य घोषणाएं और कार्यक्रम की विशेषताएं

1. संविधान का विमोचन – संगठन की 39 बिंदुओं वाली नियमावली सार्वजनिक की गई, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, सामाजिक सुधार, उद्यमिता और समाज के सर्वांगीण विकास के स्पष्ट लक्ष्य शामिल हैं।

2. समुदाय के मुद्दों पर समाधान आधारित संवाद – राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक चुनौतियों के समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई।

3. राज्य कार्यकारिणी समिति की घोषणा – नई टीम का गठन किया गया और अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं।

4. अग्रिम संगठन/प्रकोष्ठ की स्थापना –

• यूथ विंग (युवा प्रकोष्ठ)

• छात्र प्रकोष्ठ

• लीगल सेल (एडवोकेट सेल)

• वुमन विंग (महिला प्रकोष्ठ)

• पुलिस एवं आर्म्ड फोर्सेस प्रकोष्ठ

• प्रोफेशनल प्रकोष्ठ

• मेडिकल प्रकोष्ठ

• प्रेस एवं मीडिया सेल

• पर्यावरण प्रकोष्ठ

• खेल-कूद सेल

5. आगामी योजनाएं – आधुनिक शिक्षा के लिए छात्रावास की स्थापना, डिजिटल प्लेटफॉर्म का विकास, छात्रवृत्ति योजना, स्टार्टअप सहायता, युवा एवं महिला नेतृत्व कार्यक्रम।
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राज्य कार्यकारिणी के प्रमुख पदाधिकारी

अध्यक्ष: हाजी मकबूल मंडेलिया कुरैशी

उपाध्यक्ष: हाजी इंसाफ अली, हाजी राशिद अहमद, हाजी मुस्ताक कुरैशी (सादुलपुर), मोहम्मद याकूब बहलींम, रफीक कुरैशी (जर्मनिया)

महासचिव: हाजी मंजूर अहमद (प्रभारी, बाड़मेर मंडल), हुसैन सुल्तानियां (प्रभारी, छात्र विंग), फसीऊद्दीन कुरैशी, मोहम्मद रफीक दाऊद कुरैशी (भादरा), अब्दुल रहीम कुरैशी (प्रभारी, भीलवाड़ा मंडल), डॉ. आरिफ कुरैशी (प्रभारी, एडवोकेट सेल), हाजी मोहम्मद शफी नागौरी (प्रभारी, झुंझुनूं मंडल), फरीदुद्दीन सोनू कुरैशी

कोषाध्यक्ष: हाजी मुस्तफा कुरैशी (प्रभारी, शेखावाटी मंडल)

सचिव एवं प्रवक्ता: साजिद सुलेमानी कुरैशी

संयुक्त सचिव: मोहम्मद कयामुद्दीन कुरैशी (प्रभारी, नागौर मंडल), जाकिर हुसैन प्रतापगढ़ (प्रभारी, बांसवाड़ा), मोहम्मद जमील बहलींम, मोहम्मद इरफान कुरैशी (प्रभारी, दौसा मंडल), मोहम्मद शाबिर बाबू हाजी कुरैशी (सह प्रभारी, शेखावाटी मंडल)

सह सचिव: कैप्टन जमील अहमद कुरैशी (प्रभारी, पुलिस एवं आर्मड फोर्सेस सेल), मोहम्मद जावेद भाटी कुरैशी (किशनगढ़, प्रभारी, अजमेर मंडल), एडवोकेट मोहम्मद फारूक कुरैशी (प्रभारी, जालोर मंडल), मोहम्मद असलम कुरैशी (प्रभारी, नाथद्वारा मंडल), डॉ. मोहम्मद यूनुस कुरैशी (प्रभारी, प्रेस एवं मीडिया सेल)

अन्य: मोहम्मद हुसैन कुरैशी (जोधपुर), मोहम्मद इकबाल नम्मू कुरैशी (जोधपुर) एवं अब्दुल कय्यूम कुरैशी (जोधपुर)

विशेष नियुक्तियां: फरीदुद्दीन सोनू कुरैशी को यूथ विंग प्रदेश अध्यक्ष एवं रुखसाना मोहम्मद आरिफ कुरैशी (फतेहपुर) को वुमेन विंग अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
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संविधान के 39 प्रमुख उद्देश्य:

1. समाज में दीनी ओर दुनियावी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छात्रावास और आवासीय विद्यालय खोलना।

2. प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित करने व उन्हें छात्रवृत्ति, कोचिंग, गाईडेंस और करियर काउंसलिंग देना।

3. युवाओं के नेतृत्व को विकसित कर उन्हें सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक मुख्यधारा से जोड़ना।

4. युवाओं को डिजिटल शिक्षा, कंप्यूटर और तकनीकी प्रशिक्षण में दक्ष बनाना।

5. आरटीई का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना।

6. विकलांग, विधवा, तलाकशुदा महिलाओं और असहायों के लिए विशेष सहयोग व प्रशिक्षण योजनाएं।

7. दहेज प्रथा, अंधविश्वास, बाल विवाह, जातिवाद व फिजूलखर्ची के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान।

8. समाज के इतिहास, विरासत और महापुरुषों की प्रेरणाओं का दस्तावेजीकरण।

9. महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन और नेतृत्व का मंच देना।

10. हर जिले में सामूहिक विवाह, समाज सुधार बैठके और एकता सम्मेलन आयोजित करना।

11. समाज के लोगों को स्वरोजगार, स्टार्टअप्स, ट्रेनिंग और उद्यमिता से जोड़ना।

12. सरकार के सहयोग से सभी प्रकार के लाइसेंस प्राप्त करना एवं स्थायी व्यवस्था स्थापित करना।

13. व्यापार का आधुनिक, स्वच्छ और तकनीकी रूप से विकास।

14. राज्य व केंद्र सरकार से आधुनिक स्लॉटर हाउस की स्थापना की मांग।

15. पारंपरिक हस्तशिल्प, कसाई आदि कार्यो को नई तकनीक से जोड़ना व विपणन सहायता देना।

16. सामूहिक शादियों का आयोजन व निर्धन परिवारों की सहायता।

17. अनाथ, वृद्ध, विकलांग व दिव्यांगजनों के लिए सेवा और पुनर्वास कार्यक्रम।

18. अस्पताल, गौशाला, शिक्षा संस्थान आदि के संचालन हेतु भूमि व संसाधन प्राप्त करना।

19. गौहत्या में लिप्त असामाजिक तत्वों का बहिष्कार एवं गौवंश व निराश्रित पशु-पक्षियों के लिए सेवा केंद्र बनाना।

20. नशा मुक्ति, एड्स, मानसिक दिव्यांग आदि विषयों पर मुफ्त शिविर व परामर्श।

21. पंचायती राज, निकाय, बोर्ड व विधायिका में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करना।

22. समाज के हितों के लिए सरकारी योजनाओं का अध्ययन, संवाद और दबाव समूह बनाना।

23. जनगणना व सरकारी अभिलेखों में "कुरैशी" नाम की एकरूपता सुनिश्चित करना।

24. हर जिले में समाज के लिए भूमि आवंटन हेतु सरकार से अनुरोध करना।

25. वार्षिक अधिवेशन, राज्य कार्यकारिणी बैठकें और इंटर डिस्ट्रिक्ट संवाद का आयोजन।

26. पूरे राजस्थान में फैले कुरैशी समाज से संपर्क और समन्वय।

27. सूखा-प्रभावित क्षेत्रों में मीट व चमड़ा उद्योग को बढ़ावा व पर्यावरण-संवेदनशील उत्पादन।

28. भारत सरकार के उपक्रम APEDA द्वारा मान्यता प्राप्त प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना और युवाओं को निर्यात बाजार से जोड़ना।

29. संगठन का डिजिटल प्लेटफॉर्म, वेबसाइट व सूचना तंत्र विकसित करना।

30. प्रवासी कुरैशी भाइयों से सहयोग लेकर शिक्षा, रोजगार, नेतृत्व और विकास के कार्य।

31. एनआरआई व सीएसआर सहयोग से IAS/RAS प्रशिक्षण, स्कॉलरशिप, डिजिटल लाइब्रेरी और सरकारी रोजगार प्रकल्प।

32. खाद्य पदार्थ आधारित मॉडल विकसित करना।

33. समाज के चहुंमुखी और स्थाई विकास के लिए जन-संगठन।

34. मानव उत्पीड़न, अत्याचार, मोब लिंचिंग के विरुद्ध कानून बनाने का प्रयास।

35. देशभक्ति, धर्मनिरपेक्षता, एकता, भाईचारा और सौहार्द स्थापित करना।

36. महिलाओं व बच्चों के चहुंमुखी विकास हेतु प्रयास।

37. राजस्थान कुरैशी समाज के तमाम सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों को ओबीसी सर्टिफिकेट बनने के लिए सरकार से मदद करवाना।

38. समाज व व्यक्तियों से अनुदान/सहयोग प्राप्त कर जनहित कार्य।

39. प्रतिभाशाली छात्रों के लिए प्रतियोगी परीक्षा तैयारी कोचिंग।
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समापन:
इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी पदाधिकारियों और उपस्थित गणमान्य लोगों ने संविधान के उद्देश्यों को धरातल पर उतारने और समाज को शिक्षा, रोजगार, नेतृत्व एवं एकता की दिशा में आगे ले जाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन समाज में भाईचारा, एकता और सतत विकास की प्रतिज्ञा के साथ हुआ।

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