
शहर में पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था नहीं होने से कॉलोनियों में स्थित खाली प्लाटों में बारिश का पानी भर जाता है। पानी भरने से यह प्लाट तालाब जैसे नजर आते हैं, इससे इन प्लाटों में भरा गंदा पानी सड़ता रहता है। इससे दिन भर बदबू उठती रहती है। इसके चलते यहां से निकलने वाले लोगों को भारी परेशानी होती है। वहीं प्लाटों में भरे पानी में मच्छरों का लावा पनप रहा है।। मच्छरों के साथ ही इस पानी से सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जंतु भी निकलते हैं।
सिंहपुर जिला सतना शहर में पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था नहीं होने से कॉलोनियों में स्थित खाली प्लाटों में बारिश का पानी भर जाता है। पानी भरने से यह प्लाट तालाब जैसे नजर आते हैं, इससे इन प्लाटों में भरा गंदा पानी सड़ता रहता है। इससे दिन भर बदबू उठती रहती है। इसके चलते यहां से निकलने वाले लोगों को भारी परेशानी होती है। वहीं प्लाटों में भरे पानी में मच्छरों का लावा पनप रहा है।। मच्छरों के साथ ही इस पानी से सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जंतु भी निकलते हैं।
पानी का निकास नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से घरों और गलियों में लगातार जलभराव की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
कई बार की प्रशासन से मांग
गांव की निवासी रामबाई ने बताया, “24 घंटे इसी जलभराव के बीच हमें आना-जाना करना पड़ता है। कोई भी काम हो, हमें पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार प्रधान और सचिव से नाली और खड़ंजा बनवाने की माँग की है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। अब हम उच्च अधिकारियों से गुहार लगाने की तैयारी कर रहे हैं।”
10 सालों की समस्या
अनीता का कहना है कि, “यह समस्या पिछले 10 सालों से जस की तस बनी हुई है। जब पंचायत चुनाव आते हैं, तो नेता और मंत्री वोट मांगने आते हैं और रास्ता बनवाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद कोई नहीं आता। हमारी स्पष्ट मांग है कि इस बार रास्ता और नाली बनने तक कोई वोट नहीं मिलेगा।”
काम नहीं तो वोट नहीं
लोगों की यह समस्या हमेशा यूँ ही बनी रहती है। लोग उम्मीद किए बैठे रहते हैं कि कभी तो सरकार यह सड़क पक्की करवाएगी, लेकिन हर साल की तरह एक और साल बीत जाता है पर समस्या का हल नहीं होता।