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राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय का बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एवं जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) संपन्न

कोटा, 13 अगस्त, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा उद्यमिता शिक्षा और कौशल -अनुसंधान के विकास को बढ़ावा देने के उदेश्य से बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान मेसरा, ऑफ-कैंपस जयपुर एवं जगन्नाथ विश्वविद्यालय, जयपुर के साथ आज दो एमओयू संपन्न किए गए है। आरटीयू के सह जनसम्पर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इस समझौते पर राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर एसके सिंह, वहीं बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ऑफ-कैंपस जयपुर की ओर से निदेशक डॉ पियूष तिवारी और जगन्नाथ यूनिवर्सिटी की ओर से रजिस्ट्रार श्री तन्मय पटनायक ने हस्ताक्षर कर एमओयू का आदान प्रदान किया गया। इस अवसर जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर प्रोफेसर एके द्विवेदी, डीन आईआईआईआर एंड आईआर प्रो.वीके गोराना, पीआरओ डॉ. एसडी पुरोहित सहित विभिन्न विभागों डीन और विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। इस अवसर पर दोनों पक्षो नें आपसी सहयोग, संयुक्त कार्यक्रमों और कौशल विकास के असिमित अवसरों पर सहमति जताई हैं। दोनों पक्षो नें द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने, जीवंत साझेदारी को मज़बूत करने तथा शिक्षा, कौशल विकास, गहन तकनीकी अनुसंधान एवं पारस्परिक हित के विभिन्न क्षेत्रों में जुड़ाव बढ़ाने के बारे में भी सार्थक बातचीत की, साथ ही सभी पक्षों ने तकनीकी शिक्षा मे सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।

इस अवसर पर कुलगुरु प्रोफेसर एस के सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि इन समझौतों से संयुक्त शोध परियोजनाओं, शिक्षक एवं छात्र विनिमय कार्यक्रम, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और अन्य शैक्षणिक पहलों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के साथ राज्य की तकनीकी शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण भागीदारी का निर्वहन करते हुए शोधकर्ताओं हेतु अनुकूल वातावरण प्रदान कर रहा है। विश्वविद्यालय राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए निरंतर अग्रसर है। दोनों पक्षों का मानना है कि यह आपसी सहयोग प्रत्येक संसाधन के अधिक प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देगी, और उनमें से प्रत्येक को बेहतर अवसर प्रदान करेगी। दोनों संस्थानों के बीच घनिष्ठ सहयोग छात्र समुदाय के लिए उनके कौशल और ज्ञान को बढ़ाने में बहुत लाभकारी होगा। प्रतिभाशाली छात्र किसी उद्योग के तकनीकी उन्नयन, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। दोनों पक्ष प्रशिक्षण, प्लेसमेंट, शिक्षा, परामर्श, अनुसंधान और अन्य तकनीकी मामलों, पाठ्यक्रम डिजाइन, औद्योगिक प्रशिक्षण और दौरे, अनुसंधान एवं विकास, कौशल विकास कार्यक्रम, विशेषज्ञ व्याख्यान,संकाय विकास कार्यक्रम, शिक्षण और प्लेसमेंट, परामर्श, अनुसंधान एवं विकास, इंजीनियरिंग, विज्ञान एवं प्रबंधन शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्र, सतत विकास एवं हरित प्रौद्योगिकी, कौशल विकास एवं उद्योग-उन्मुख शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मिलकर काम करेंगे। आज के परिदृश्य में शिक्षा क्षेत्र में अति-उत्कृष्टता प्राप्त करने की आवश्यकता है विद्यार्थियों को ज्ञान और कौशल से युक्त किया जाना आवश्यक है।

बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा,ऑफ-कैंपस जयपुर के निदेशक डॉ पियूष तिवारी ने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से हम आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देंगे। यह समझौता ज्ञापन छात्र विनिमय कार्यक्रमों के साथ-साथ संकाय विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह एमओयू हमें रिसर्च और एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से मदद करेगा। विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट्स, को-डेवलपमेंट, शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों के एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ नवीतम कोर्सेज की संभावनाओं को तलाश करेगा। इस एमओयू के माध्यम हमने सांझा प्रयास किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मंशानुरूप दोनों पक्षो के सहयोग से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को लाभान्वित किया जा सके। यह साझेदारी दोनों पक्षों के द्वारा छात्रों को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में असीम संभावनाएं प्रदान करेगी और अकादमिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त सहयोग और शोध करने में सक्षम बनाएगी साथ ही विद्यार्थियों हेतु शिक्षा के नवीन पाठ्यक्रमों के साथ विकास के व्यापक अवसर प्रदान करेगी।

जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर प्रोफेसर एके द्विवेदी ने कहा कि यह समझौता जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगा। यह समझौता विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, अनुसंधान और नवाचार संबंधी उद्देश्यों को साकार करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। इस समझौतों से प्रदेश में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता और अनुसंधान के स्तर में उल्लेखनीय सुधार होगा। उन्होंने आशा जताई कि यह साझेदारी छात्रों और शिक्षकों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगी। आज हमारे युवा विद्यार्थी व्यापक संभावनाओं के शिखर पर खड़े है। इन युवाओं को आज के आधुनिक कार्यबल में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना आवश्यक है। वह आरटीयू के साथ मिलकर काम करेंगे जिससे तकनीकी शिक्षा को और अधिक प्रासंगिक और उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया जा सके।

जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार श्री तन्मय पटनायक ने कहा कि निःसन्देह यह आपसी साझेदारी दोनों विश्वविद्यालयों की शोध यात्रा को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। शोध-अनुसंधान, नवाचार और हमारी तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों का इसमें सक्रिय योगदान हमारे शिक्षा व्यवस्था की चहुमुखी उन्नति के आधार स्तम्भ है। यह एमओयू दोनों तकनीकी संस्थानों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर समन्वय और साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तकनीकी शिक्षा के छात्र इस सहयोग से विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। यह एमओयू इंजिनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगा, जिससे छात्रों को बेहतर तकनीकी ज्ञान और शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। यह आपसी साझेदारी तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं के लिए नवीन अवसरों का सृजन करेगी।

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