
कोटा मथुराधीश मंदिर: अदभुद हिंडोला लीला का भव्य समापन, षष्ठी उत्सव भी मनेगा
कोटा, 13 अगस्त 2025।
पुष्टिमार्गीय संप्रदाय की शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मन्दिर पाटनपोल कोटा पर झूलनोत्सव का गुरुवार को समापन होगा। भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी को शुभ मुहूर्त के अनुसार ठाकुर जी को हिंडोला से उतारा गया।
प्रथम पीठ युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि 21 जुलाई से हिंडोला उत्सव आरंभ हो गए थे। इस दौरान ठाकुर जी स्वर्ण, रजत, कांच और फूलों के हिंडोलों तथा विभिन्न घटाओं में भी झूले। मिलन बावा ने बताया कि गुरूवार को षष्ठी उत्सव मनाया जाएगा। पुष्टिमार्ग की मान्यता के अनुसार षष्ठी उत्सव पुत्र के जन्म से पूर्व उसकी रक्षार्थ किया जाता है। इस दौरान जन्माष्टमी से एक दिन पूर्व सेवा प्रणालिका के अनुसार प्रकृति पूजन का उत्सव होगा। छठी पदों का गायन भी होगा।
- जन्माष्टमी 16 को, वर्ष में एक बार होते हैं प्रभु के पंचामृत दर्शन :
शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर जन्माष्टमी उत्सव शनिवार को आयोजित होगा। प्रथम पीठ युवराज मिलन बावा ने बताया कि पुष्टिमार्गीय परंपरा के अनुसार श्री मथुराधीश मंदिर पर जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। वहीं रविवार को नंदोत्सव धूमधाम से मनाएंगे। शनिवार को सुबह 5 बजे पंचामृत होगा। इसके बाद तिलक सुबह 9 बजे (सेवानुकुल) और राजभोग के दर्शन सुबह 11 बजे (सेवानुकुल) होंगे। उत्थापन शाम 6 बजे, भोग 7 बजे तथा आरती सायं 7.30 बजे होगी।
युवराज मिलन बावा ने बताया कि 10 से 11 बजे जागरण होगा। वहीं अर्द्धरात्रि 12 बजे ठाकुर जी का प्राकट्य होगा। भक्तों को जन्म के दर्शन हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण के जन्मदिन पर साक्षात पंचामृत कराया जाता है। जिसके दर्शन वर्ष में एक बार ही होते हैं।
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