
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में सेवा और मानवता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जब आगामी
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में सेवा और मानवता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जब आगामी 12 सितंबर से तीन दिवसीय राष्ट्रीय रक्तदान महोत्सव का आयोजन होगा। इस भव्य आयोजन में देश के 28 राज्यों और उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों से रक्तवीर व समाजसेवी हिस्सा लेंगे। महोत्सव में रक्तदान से जुड़ी 251 संस्थाओं और समाजसेवियों को “राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा, जो रक्तदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। यह आयोजन राम कृष्ण सेवा फाउंडेशन के तत्वावधान में तथा सिंगरामऊ स्टेट जौनपुर की महारानी डॉ. अंजू सिंह के संरक्षण में किया जाएगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में हजारों यूनिट रक्त का संग्रह किया जाएगा, जिसके लिए प्रदेश के आठ सरकारी ब्लड बैंक सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इनमें लखनऊ, अयोध्या, बलरामपुर, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, जौनपुर सहित अन्य जिलों के ब्लड बैंक शामिल हैं। आयोजन की रूपरेखा तय करने के लिए हाल ही में जिले के एक होटल में आवश्यक बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व प्रबंधक राम बहल ने की। इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष “ब्लड मैन” आकाश गुप्ता ने कहा, "यह रक्तदान महोत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सेवा और मानवता का महोत्सव है। इसका उद्देश्य लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे जीवन का नियमित हिस्सा बनाना है।" संस्था संरक्षक राजेश चौबे ने बताया कि पहले दिन यानी 12 सितंबर को रक्तदान जागरूकता रैली निकाली जाएगी और रक्तदान विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित होगी। दूसरे और तीसरे दिन आठ जिलों के सहयोग से रक्तदान शिविर, रक्तदाता परिचय सम्मेलन और रक्तदान संगोष्ठी का आयोजन होगा। इसी दौरान चयन समिति द्वारा चयनित 251 रक्तवीरों को सम्मानित किया जाएगा। अन्नपूर्णा रसोई के अध्यक्ष मुन्ना गुप्ता ने कहा, "अयोध्या में यह आयोजन होना जिले के लिए गर्व की बात है। इसे भव्य और दिव्य बनाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।" वहीं, सेवारत चिकित्सक डॉ. मनीष राय ने सुझाव दिया कि महोत्सव को आदर्श स्वरूप देने के लिए विभिन्न उप-समितियों का गठन किया जाए, जिससे सभी कार्य सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सकें। बैठक में अमरेश चंद मिश्रा, राजीव रंजन, मनीष मौर्य, पल्लवी वर्मा, सुनीता पाठक, मो. अहद, विजय वर्मा, संजय अग्रहरि, प्रदीप गुप्ता, शशांक वर्मा, इंद्रप्रीत वेदी सहित अन्य कई पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में महोत्सव को यादगार बनाने की प्रतिबद्धता जताई। इस रक्तदान महोत्सव से न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में रक्तदान आंदोलन को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। आयोजकों का मानना है कि यह कार्यक्रम समाज में सेवा, त्याग और सहयोग की भावना को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा, ताकि कोई भी जरूरतमंद रक्त की कमी के कारण जीवन न गंवाए।