
सहारनपुर! कैलाशपुर ईदगाह रोड पर स्थित मदरसा जामिया सुमैया में स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और देशभक्ति के जज्बे के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत तिरंगा फहराने और राष्ट्रीय गान से हुई। उसके बाद बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए शहीदों को याद किया और देशभक्ति का संदेश दिया।
इस मौके पर क्षेत्र के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रधान सन्नवर, रिज़वान अहमद, मोहम्मद इकराम पूर्व प्रधान, हाफिज़ ज़ाहिद, मौलाना तैयब, डॉo रफ़ाकत, डॉo रमेश शर्मा, कारी गुलफ़ाम, मौलाना ताहिर, सूफी नफीश अहमद, हाजी नानू, शाहनवाज भाई, अहमद सईद, मौलाना हम्माद, प्रधानाचार्या सईदा परवीन, ज़ैनब अकबर और अन्य सम्मानीय हस्तियाँ शामिल थीं।
सभी ने बच्चों का हौसला बढ़ाया और उनके उज्ज्वल भविष्य की दुआ की।
बच्चों ने देशभक्ति गीत, कविताएँ और नाट्य प्रस्तुति के जरिए शहीदों की कुर्बानियों को याद किया। छोटे-छोटे बच्चों की मासूम आवाज़ में जब ‘सारे जहाँ से अच्छा’ गूंजा तो पूरा मदरसा तालियों से गूंज उठा।
बच्चों ने अपने हुनर से यह साबित कर दिया कि वे केवल पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि कला और संस्कृति में भी किसी से पीछे नहीं हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्टाफ का योगदान भी काबिले तारीफ़ रहा। शिक्षकों और प्रबंधन ने बच्चों को मंच पर उतारने से पहले पूरी तैयारी कराई थी, जिसका नतीजा था कि हर प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
इस पूरे आयोजन का संचालन और प्रबंधन कारी सईद अहमद साहब ने बखूबी किया। उन्होंने न सिर्फ बच्चों को मंच पर प्रस्तुत होने के लिए सहज और आत्मविश्वासी बनाया बल्कि मेहमानों का स्वागत भी गर्मजोशी से किया।
कारी सईद अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि – ‘आजादी की असली पहचान शिक्षा और संस्कार है। बच्चे ही देश का भविष्य हैं और उन्हें सही दिशा देना हम सबकी जिम्मेदारी है।’
प्रधानाचार्या सईदा परवीन ने भी बच्चों की मेहनत और प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि! हमारे बच्चे सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की क्षमता रखते हैं।
कार्यक्रम के अंत में सभी मेहमानों और स्टाफ ने तिरंगे के नीचे खड़े होकर देश की एकता, अखंडता और तरक्की की दुआ मांगी।