
कलान पुलिस का नया कारनामा
थाने में ‘न्याय’ का लात-जूता महोत्सव शुरू : फरियादी को पीटकर तहरीर बदलवाने का ‘पुलिसिया ड्रामा’ आया सामने।अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय,बड़ी घटनाओं को छिपाने में मशगूल है पुलिस।
कलान-शाहजहांपुर।
योगी सरकार की जीरो टारलेंस की नीति ‘सबको न्याय’ के नारे को शाहजहांपुर के कलान थाने ने लात-जूतों से ‘सजा’ कर नया रंग दे दिया।लूट का शिकार लालाराम जब थाने में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा,तो हेड मोहर्रिर अजीत कुमार ने उसका ऐसा ‘स्वागत’ किया कि लातों-जूतों की बौछार के साथ तहरीर बदलने और लुटेरों से ‘दोस्ती’ का दबाव डाल दिया और जबरन अंगूठा लगवा लिया।
शनिवार रात जब नरसुईया गांव का लालाराम बदायूं से लौट रहा था। नौगमा मुबारिकपुर की पुलिया पर तीन नशेड़ी लुटेरों ने उसकी बाइक रोकी। राम-राम के बाद लुटेरों ने अपने तेवर दिखाते हुए शुरू किया ‘लूट का रियलिटी शो’+मारपीट, 5,000 रुपये और कीपैड मोबाइल की लूट,और जान से मारने की धमकी,लालाराम ने सोचा,थाने में ‘न्याय का हीरो’ मिलेगा। लेकिन वहां तो हेड मोहर्रिर अजीत ने ‘विलेन’ बनकर लात-जूतों का ‘एक्शन सीन’ शूट कर दिखा दिया कि पुलिस क्या कर सकती है।
सूत्र बताते हैं कि लूटा हुआ मोबाइल बरामद होने के बावजूद कलान पुलिस ‘रफा-दफा’ के ड्रामे में मशगूल है। न मुकदमा, न मेडिकल—बस तहरीर बदलवाकर ‘लुटेरों का सम्मान समारोह’ आयोजित करने की तैयारी है। मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपने कर्तव्यों से किसी कर लेगा पुलिस डिपार्टमेंट।
थाना स्टाफ के हौसले किस प्रकार हौसले बुलंद होने से आम जनता को लुटेरों से ज्यादा ‘खौफ’ आम जनता को अब थाने के ‘लात-जूता डिपार्टमेंट’ का है।
थाने जाने से पहले हेलमेट पहन लें,और ‘न्याय’ की उम्मीद घर पर ही छोड़ दें। क्योंकि कलान थाने में तो ‘लात-जूतों का मेला’ और ‘तहरीर बदलो’ का रियलिटी शो चल रहा है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस मोबाइल व रुपए की लूट को गाली गलौज मारपीट और जान से मारने की धमकी में बदलना चाहती है।जिसके तहत ही पीड़ित की पुलिसिया सेवा की गई।