
महिला प्रोफ़ेसर ने की अपने डॉक्टर पति की हत्या
महिला प्रोफ़ेसर ने की अपने डॉक्टर पति की हत्या
अब पुलिस ने किया महिला प्रोफ़ेसर को गिरफ्तार बढ़ सकती हैं मुश्किलें
* पुलिस अधीक्षक छतरपुर सचिन शर्मा के निर्देशन एवं डीसी विनोद सिंह , डीएसपी एजेके शशांक जैन, प्रभारी नगर पुलिस अधी0 महोदय अभिषेक गौतम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाइन निरी0 जगत पाल सिंह ने किया हत्या का खुलासा
:- दिनांक 01/05/2021 को फरियादिया ममता पाठक पति नीरज पाठक उम्र 63 साल नि. लोकनाथपुरम् थाना सिविल लाईन छतरपुर ने थाना पर रिपोर्ट किया कि मेरे पति ड0 नीरज पाठक पिता स्व. श्री चिंतामणि पाठक उम्र 65 साल नि. लोकनाथपुरम सागर रोड छतरपुर दिनाँक 29/04/21 को ऊपर वाले कमरे में लेटे थे तभी करीबन रात 09.00 बजे मैं उनसे खाना का पूछने कमरे में गई, तो पति नीरज पलंग पर लटे थे व मेरी बात का जबाब नहीं दे रहे थे तो मैने पल्स देखी पल्स नहीं चल रही थी ।
उनकी मृत्यु हो गई थी, तो मैं घबरा गई थी तथा उनको सातआठ दिन से बुखार आ रहा था, व मुझे व मेरे बेटे को भी बुखार आ रहा था। मैं बिना किसी को सूचना दिये दिनाँक 30/04/21 की सुबह करीबन 08.00 बजे अपने बेटे नीतेश के साथ अपनी प्राइवेट गाड़ी से ड्राइवर के साथ जाँच एवं इलाज कराने झाँसी चले गये थे, व रात्रि में करीबन 09.30 बजे वापस आ गये थे। कार्यवाही की जाये । सूचना पर मर्ग कायम कर जांच प्रारम्भ की गयी जांच पर हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था दौरान विवेचना घटना स्थल से प्राप्त साक्ष्य के आधार पर शक की सुई ममता पाठक पर होने के कारण दिनांक 07/05/2021 को ममता पाठक को हिरासत में लेकर पूंछतांछ की गई।
कडी पूंछतांछ के बाद श्रीमति ममता पाठक व्दारा अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि दिनांक 29/04/2021 को उसने डा0 नीरज पाठक के खाने में नींद की गोलियां मिला दी थी तथा शाम को 7 बजे के लगभग एक्सटेंशन वायर के प्लग को बोर्ड में लगाकर स्विच आन करके तार से डा0 नीरज पाठक के पैर में करंट लगा दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गयी ।
उपर से नीचे अपने बेडरूम में आकर बेड के बाजू में बने लकडी के ड्राज में बिजली का वायर छुपा दिया । फिर रात्री 9 बजे यह देखने गयी कि डा0 पाठक मरे या नहीं कंफर्म होने पर नीचे आकर अपने बेड पर लेट गयी ।
पुलिस व्दारा किया गया :- घटना को गम्भीरता से लेते हुये अति. पुलिस अधीक्षक छतरपुर के द्वारा थाना प्रभारी निरीक्षक जगत पाल सिंह को निर्देशित किया गया कि जो घटना को गम्भीरता से लेते हुए घटना स्थल के आसपास के लोगों से सघन पूछताछ की गयी घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया ।
घटना के सभी पहलुओं को जोडा गया जो डा0 पाठक की पत्नी ममता पाठक की भूमिका घटना मे संदिग्ध पायी गयी।एसपी एवं सीएसपी महोदय व्दारा समय समय पर मार्गदर्शन दिया गया जिसके परिणाम स्वरूप इस अंधे हत्या कांड की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी जगत पाल सिंह एवं ओरछा रोड थाना प्रभारी उनि0 माधवी अग्निहोत्री उनि0 गुरुदत्त शेषा म0 सउनि0 कमला सिंह प्र0आर0 हरचरण सिंह आर0 धर्मेंद्र आर0 दिनेश मिश्रा आर0 अजय मिश्रा द्वारा अथक प्रयास के फलस्वरूप घटना का खुलासा किया गया ।