
ब्राह्मण शब्द को लेकर फैलाई गई गलतफहमी का पर्दाफाश
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्यापार सलाहकार पीटर नव्हारो ने हाल ही में फॉक्स न्यूज चैनल को एक साक्षात्कार दिया। इस दौरान उन्होंने "Boston Brahmin" शब्द का उल्लेख किया। यह शब्द अमेरिका के बोस्टन शहर के प्रतिष्ठित और उच्चभ्रू परिवारों के लिए प्रयोग किया जाता है, जिनका भारत के ब्राह्मण समाज से कोई संबंध नहीं है।
हालांकि, महाराष्ट्र टाईम्स ने इस समाचार में केवल "ब्राह्मण" शब्द छापा और "Boston" शब्द हटा दिया। इसके कारण पाठकों में भ्रम फैल गया कि यह टिप्पणी भारतीय ब्राह्मणों पर की गई है।
वास्तव में "Boston Brahmin" शब्द अमेरिका की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा है। यह वहां के प्रभावशाली परिवारों के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है, जो शिक्षा, राजनीति और परंपरा से जुड़े रहे हैं।
पत्रकारिता की जिम्मेदारी सच को स्पष्ट रूप से सामने लाने की होती है। शब्दों की गलत व्याख्या या अधूरी जानकारी समाज में अनावश्यक नफरत और भ्रम फैला सकती है।
सच्चाई यह है कि अमेरिका के "Boston Brahmin" और भारत के "ब्राह्मण" समाज का आपस में कोई संबंध नहीं है। अतः इस विषय पर समाज को जागरूक रहना आवश्यक है और बिना पूरी जानकारी के किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचना चाहिए।