
*ग्रामीण नेतृत्व विकास कार्यशाला में डॉ. चंद्रशेखर प्राण ने कार्यकर्ताओं को दिया सफलता का मंत्र*
PRESS – RAMKUMAR TEKAM
SONEBHADRA UTTAR PRADESH
म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम में पंच परमेश्वर विद्या पीठ के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय ग्रामीण नेतृत्व विकास कार्यशाला के दूसरे दिन डॉ. चंद्रशेखर प्राण ने कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों की भूमिका पर विचार रखे।
*कार्यशाला का उद्देश्य*
कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण नेतृत्व को विकसित करना और कार्यकर्ताओं को ग्राम सभा के कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है। कार्यशाला में भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं को ग्राम सभा के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने और लोगों के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
*कार्यकर्ता के गुण*
डॉ. चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि कार्यकर्ता का व्यक्तित्व प्रगतिशील मानसिकता वाला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सफलता पाने का मतलब केवल अपेक्षा पूरी करना नहीं है, बल्कि बीच की बाधाओं को समझना है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी कार्य में असफल नहीं होता, गलत-सही रास्ते हो सकते हैं, पर प्रयास करने वाला कभी गलत नहीं होता।
*कार्यकर्ता की भूमिका*
डॉ. चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि कार्यकर्ता में बदलाव, पहल, प्रभाव, प्रेरणा, प्रयास और परिणाम जैसे गुण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कार्यकर्ता अपने काम से दूसरों को प्रेरित कर सके, तो ग्राम सभा मज़बूत होगी और लोगों का भला होगा।
*कार्यशाला में उपस्थित लोग*
कार्यशाला में शुभा प्रेम, पंकज तिवारी, हरि गोविंद सिंह, विमल सिंह, उमेश चौबे, जगत भाई, देवनाथ सिंह, सुरेश कुमार, संगीता, रमेश यादव, नरेश गोंड सहित कई लोग उपस्थित थे।