
पूर्ण गुरु के सानिध्य में पंच महाभूत शुद्धि एवं सिद्धि हेतु हुआ सामूहिक यज्ञ अनुष्ठान
दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल,काशी में मिश्री मठ,हरिद्वार के तृतीय मठाधिपति पूर्णगुरु करौली शंकर महादेव के सानिध्य में भव्य त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।आयोजन के द्वितीय दिवस प्रातः 10 बजे से पंच महाभूत शुद्धि एवं सिद्धि हेतु,हजारों साधको के साथ सामूहिक यज्ञ अनुष्ठान पूर्णगुरु करौली शंकर महादेव के सानिध्य में किया गया ताकि उन्हें मंत्र दीक्षा हेतु तैयार किया जा सके।साथ ही मंत्र दीक्षा कार्यक्रम एवं तंत्र क्रिया योग के विभिन्न चरणों में प्रवेश हेतु साधकों का चयन एवं दीक्षा गुरु जी द्वारा की गई।बता दे की महोत्सव की शुरुआत 7 सितंबर से हो गई है और 9 सितंबर को कार्यक्रम का समापन किया जायेगा।त्रिदिवसीय कार्यक्रम में देश विदेश से 50,000 से अधिक तंत्र क्रिया योग के दीक्षित साधक सम्मिलित हुए है।इस दौरान पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी भक्तों का स्वागत अभिनंदन किया।उन्होंने सभी भक्तों से कहा कि काशी नगरी की पावन भूमि पर आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है।उन्होंने कहा की आपने कभी सोचा नहीं होगा की काशी की पवित्र भूमि में हवन में आप सब आहुति देंगे, हम सबने बहुत पुण्य कर्म किए होंगे जिस कारण से हमें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है।पूर्ण गुरु ने कहा की दरबार ने एक व्यवस्था बना रखी है,जो लोग काशी विश्वनाथ धाम से जल लेकर के कानपुर के करौली शंकर महादेव धाम पदयात्रा करते हुए पहुंचकर महादेव को जल चढ़ाते हैं तो उन्हें एक दिवसीय महाहवन का पुण्य प्राप्त होता है।उन्ही पुण्य के आधार पर वह स्वयं के प्रार्थना/ संकल्प से अपनी नकारात्मक रोगी स्मृतियों को नष्ट करके स्वतः स्वस्थ होते हैं केवल उनकी आस्था विश्वास के दम पर ये सब कुछ होता है साथ ही वृंदावन में गोपेश्वर महादेव से यमुना नदी का जल लेकर के भी जो भक्त कानपुर स्थिति करौली शंकर महादेव धाम आता है उन्हें भी वही पुण्य प्राप्त होता है।उन्होंने कहा की अद्भुत है भगवान भोलेनाथ की महिमा।भक्तों संबोधित करते हुए पूर्ण गुरु ने कहा कि आप सभी परम सौभाग्यशाली हैं,जिनको यह दरबार मिला है दरबार के माध्यम से ही आप सबको दिव्य शक्तियों का साक्षात्कार हो रहा है।बाबा मां और पूर्ण गुरु आपको मार्गदर्शन के रूप में मिले हुए हैं.इस दौरान उन्होंने काशी के आयोजकों को भी इस आयोजन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।इतना ही नहीं पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव ने सभी भक्तों को मां कामाख्या और पूर्ण गुरु पूजनीय बाबाजी पंडित राधा रमण मिश्र का ध्यान कराते हुए एक संकल्प भी कराया।पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव ने कहा कि ओम नमः शिवाय मंत्रो का मंत्र है और ये एक महामंत्र है।साथ ही प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु Nature with Balance कार्यक्रम के अंतर्गत काशी मंडल में एक वर्ष में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प भी पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव द्वारा भक्तों को दिलाया गया।इस दौरान पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव को काशी मंडल के सदस्यों द्वारा कल्प वृक्ष भेट करके इस अभियान की शुरुआत की गई।साथ ही नारी सशक्तिकरण पर उन्होंने जोर देते हुए कहा हर नारी अपने स्वाभिमान की रक्षा करें।यदि कोई व्यक्ति या समाज का कोई वर्ग आपके इस स्वाभिमान सम्मान को ठेस पहुंचाने का प्रयत्न करें तो बिना डरे पूरी शक्ति के साथ इसका विरोध किया जाए।अपने स्वाभिमान के लिए आपको सड़कों से लेकर न्यायालय तक हर संवैधानिक तरीके से लड़ना चाहिए।हर नारी अन्नपूर्णा का रूप है तो साथ ही दुर्गा काली चंडी भी है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध चोपड़ा एवं काशी मंडल अध्यक्ष विवेक खन्ना के साथ-साथ काशी मंडल के तमाम सदस्य एवं देश विदेश से आए तमाम भक्तगण मौजूद रहे।