आउट सोर्स कर्मचारियों से बड़े अधिकारियों का सही शब्दों का इस्तेमाल न करना
बात कर रहे हैं हमारे विद्युत विभाग में आउट सोर्स कर्मचारियों की हमारे जो उच्च अधिकारी है उन्हें आउट सोर्स कर्मी कीड़े मक़ोड़ दिखाई देते है उनसे चाहे जैसे बात करें उनकी कोई सुनने वाला नहीं है और जब बात आती है काम की तब उनके अलावा कोई नहीं है सैलरी न के बराबर बात करेंगे अबे हराम की सैलरी लेते हो जब तीन दिन का कार्य बहिष्कार हुआ था तब उन्हें कुछ भी हराम का नहीं लगा और किसी ठेकेदार को प्राइवेट कर्मचारी ही आप लोगों की मदद के लिए आए और बात करते हैं हम लोग हराम की सैलरी लेते है बात अपनी भी कर ले पता चल जाएगा कौन कैसी ले रहा है 9000 हजार रुपए में क्या हराम है और क्या हलाल है ओमकार आर्य