
सहारा की साजिश का पर्दाफाश
विश्व भारती जनसेवा संस्थान ने खोला सहारा समूह "गुमराह गैंग" का झूठ !
रांची/झारखंड।
सहारा समूह के खिलाफ संघर्षरत विश्व भारती जनसेवा संस्थान ने बड़ा खुलासा किया है। संस्थान के राष्ट्रीय सचिव नागेन्द्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि सहारा के प्रायोजित गुमराह गैंग यह अफवाह फैला रहे हैं कि संस्थान की रिट याचिका और पिनाक मोहंती केस में दायर IA सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि —
“यह पूरी तरह झूठ और भ्रामक प्रचार है। सच्चाई यह है कि दोनों याचिकाएं मजबूती से सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। कोई भी नागरिक सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट खोलकर इसकी पुष्टि कर सकता है।”
✒ 13 वर्षों से सहारा का छलावा
सहारा समूह बीते 13 वर्षों से सुप्रीम कोर्ट का नाम लेकर जमाकर्ताओं को गुमराह करता आ रहा है।
सहारा ने दावा किया कि वह जमाकर्ताओं के हित में केस लड़ रहा है, जबकि सहारा रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के भुगतान को कन्वर्शन करके मामले को दबा दिया।
न्यायालय में भी सहारा ने बार-बार झूठ प्रस्तुत किया।
❓ सहारा से करारा सवाल
संस्थान ने सहारा समर्थित गैंग से सीधा सवाल किया है:
👉 “अगर सहारा वास्तव में जमाकर्ताओं की लड़ाई लड़ रहा है तो बताइए —
सहारा कमर्शियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
क्यू शॉप
और सहारा की अन्य सोसायटियों के करोड़ों जमाकर्ताओं का पैसा लौटाने के लिए कौन-सा केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित है?
उसका केस नम्बर क्या है ?
निवेशकों व जनता से अपील
राष्ट्रीय सचिव नागेन्द्र कुमार कुशवाहा ने कहा —
“सहारा प्रायोजित अफवाहों और गुमराह करने वाले गैंग से जनता सावधान रहे। सच्चाई यह है कि निवेशकों के अधिकार और उनके धन की वास्तविक लड़ाई केवल विश्व भारती जनसेवा संस्थान लड़ रहा है।”