logo

रजत महोत्सव 2025 एवं बालिका सुरक्षा सप्ताह के तहत छात्रों को मिल रहा सुरक्षा की गुण

रजत महोत्सव 2025 एवं बालिका सुरक्षा सप्ताह के तहत छात्रों को मिल रहा सुरक्षा की गुण

(छत्तीसगढ़) जिला:_एम.सी.बी.10 सितम्बर 2025 जिले में कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार और जिला कार्यक्रम अधिकारी आर.के. खाती के मार्गदर्शन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला हल्दीबाड़ी चिरमिरी एवं कालीबाड़ी मनेंद्रगढ़ में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और समुदाय के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में बालिकाओं की सुरक्षा, अधिकार और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम की शुरुआत "रजत महोत्सव 2025" और "बालिका सुरक्षा सप्ताह" की विशेषताओं को बताते हुए की गई, जिसमें छात्र-छात्राओं को यह समझाया गया कि बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा करना समाज की जिम्मेदारी है।
उपस्थित बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई ताकि वे किसी भी असामान्य स्थिति को पहचान सकें और तुरंत मदद ले सकें। बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1098, आपातकालीन कॉल 112 और महिला हेल्पलाइन नंबर 181 के बारे में जानकारी देते हुए यह संदेश दिया गया कि जरूरत पड़ने पर वे बिना हिचकिचाए इन नंबरों का इस्तेमाल कर सकते हैं, क्योंकि ये सेवाएं 24 घंटे और 7 दिन उपलब्ध रहती हैं। साथ ही कार्यक्रम में स्पॉन्सरशिप (प्रर्वतकता) योजना की जानकारी साझा की गई, जिसके माध्यम से जरूरतमंद बच्चों को सहायता मिल सकती है। विशेष रूप से बाल विवाह की रोकथाम पर जोर दिया गया और "बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान" के महत्व को रेखांकित किया गया। विद्यार्थियों को बताया गया कि बाल विवाह न केवल उनके शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास में बाधा डालता है, बल्कि इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है।
इसी कड़ी में बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों पर चर्चा की गई और समाज को इस कुप्रथा के खिलाफ एकजुट होकर आगे आने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी विशेष चर्चा की गई और उन्हें "बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान" को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यदि समाज में सामूहिक प्रयास किए जाएं तो निश्चित ही बाल विवाह जैसी कुरीति को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।

6
6481 views