बटौंधा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रों से कराई सफाई !
"बड़ा स्कूल है, झाड़ू तो बच्चों को ही लगानी पड़ेगी!"मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले डिंडोरी के बटौंधा के हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षा व्यवस्था से जुड़ा एक विवादित मामला सामने आया है। बटौंधा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा छात्रों से रोज सफाई करवाई जा रही है। जब पत्रकार द्वारा इस अनुचित आदेश का कारण पूछा, तो प्रिंसिपल साहब ने कहा –"स्कूल बड़ा है, झाड़ू तो बच्चों को ही लगानी पड़ेगी।" बच्चों का कहना है कि वे अपने पढ़ाई के साथ अन्य जरूरी कार्यों में भी व्यस्त रहते हैं। सफाई का कार्य स्कूल प्रशासन का होना चाहिए, न कि छात्रों की जिम्मेदारी बनना चाहिए। इसके अलावा उन्हें यह भी धमकी दी जाती है कि यदि वे यह कार्य नहीं करेंगे तो उनकी टी.सी. (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) में गलत चरित्र अंकित कर दिया जाएगा। अभिभावकों की प्रतिक्रियास्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों ने इस कार्यप्रणाली की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि बच्चों को शिक्षा के उद्देश्य से स्कूल भेजा जाता है, न कि उन्हें श्रम कार्य में व्यस्त करने के लिए।अभिभावकों ने कहा –"हमारे बच्चे भविष्य के निर्माणकर्ता हैं। उनकी पढ़ाई बाधित करना और उन्हें अनावश्यक कार्यों में लगाना बिलकुल गलत है। करवाई की जानी चाहिएसरकारी नियम क्या कहते हैं?मध्य प्रदेश शासन की शिक्षा नीति स्पष्ट रूप से स्कूल परिसर की सफाई कार्य के लिए नियुक्त सफाईकर्मियों को जिम्मेदार बनाती है। बच्चों से सफाई कार्य करवाना न केवल शिक्षा विभाग के निर्देशों का उल्लंघन है, बल्कि यह बाल अधिकार अधिनियम का भी स्पष्ट उल्लंघन माना जाता है। बच्चों को केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का पूरा अधिकार है। किसी भी प्रकार की धमकी देकर उन्हें गैर-शैक्षणिक कार्य करने के लिए मजबूर करना अपराध की श्रेणी में आता है।यह मामला शिक्षा व्यवस्था में बच्चों के अधिकारों की और प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी लापरवाही उजागर करता है ।