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यूरिया–डीएपी खाद की कालाबाजारी के खिलाफ भीम आर्मी का उग्र प्रदर्शन

यूरिया–डीएपी खाद की कालाबाजारी के खिलाफ भीम आर्मी का उग्र प्रदर्शन

सारंगढ़-बिलाईगढ़, 15 सितम्बर।

किसानों को मिलने वाले यूरिया एवं डीएपी खाद की बढ़ती कीमतों और खुलेआम हो रही कालाबाजारी के खिलाफ आज भीम आर्मी जिला इकाई सारंगढ़-बिलाईगढ़ ने बड़ा आंदोलन किया। केंद्र और राज्य सरकार के खाद संबंधित मंत्रियों का पुतला दहन कर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं और किसानों ने अपना आक्रोश जाहिर किया।

भारी बारिश में भी प्रदर्शनकारियों का उत्साह

भारी बारिश के बावजूद भीम आर्मी कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के सैकड़ों किसान भाइयों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष आपुर बंजारे ने किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी कर सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे कालाबाजारी रोकने में नाकाम रहे हैं।

कालाबाजारी का बड़ा खुलासा

गौरतलब है कि हाल ही में सरसींवा क्षेत्र में 600 बोरा यूरिया खाद का अवैध भंडारण पकड़ा गया था। सरकारी मूल्य ₹266 प्रति बोरी तय होने के बावजूद दुकानदारों द्वारा इसे ₹1000 से ₹1500 में बेचा जा रहा था। किसानों का कहना है कि यह सब बिना अधिकारियों और नेताओं के संरक्षण के संभव नहीं है। यही कारण है कि वर्षों से यह धांधली चल रही है और गरीब किसान मजबूरी में कालाबाजारी का शिकार हो रहे हैं।

किसानों की पीड़ा

किसानों का आरोप है कि समय पर खाद उपलब्ध न होने और कालाबाजारी की वजह से उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं। जिन किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर है, वे महंगे दामों पर खाद खरीद ही नहीं पाते और उत्पादन में गिरावट का सामना करते हैं। वहीं, जो किसान मजबूरी में ऊंचे दामों पर खाद खरीदते हैं, वे कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं।

भीम आर्मी की चेतावनी

भीम आर्मी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि किसानों को जल्द ही सरकारी दर पर खाद उपलब्ध नहीं कराया गया और कालाबाजारी पर सख्ती से रोक नहीं लगाई गई तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ किसानों का ही नहीं बल्कि आम जनता का भी मुद्दा है, क्योंकि महंगी खाद का असर सीधे अन्नदाता और उसके बाद उपभोक्ताओं पर पड़ता है।

आंदोलन को मिला ग्रामीणों का समर्थन

ग्राम पंचायतों और ग्रामीण क्षेत्रों से भी इस आंदोलन को समर्थन मिला। किसानों ने कहा कि वे भीम आर्मी के साथ खड़े हैं और खाद वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार और कालाबाजारी के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहेंगे।

सरकार और प्रशासन पर सवाल

इस पूरे मामले ने सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। किसानों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि यदि जिला प्रशासन ईमानदारी से निगरानी करे तो न तो खाद की कमी होगी और न ही कालाबाजारी। लेकिन अधिकारियों की ढिलाई और राजनीतिक संरक्षण के चलते यह गोरखधंधा लगातार फल-फूल रहा है।


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📢 निष्कर्ष
आज का यह प्रदर्शन किसानों की पीड़ा और उनकी मजबूरी को उजागर करता है। यदि सरकार ने समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन और बड़ा हो सकता है।

जारीकर्ता : भीम आर्मी जिला इकाई, सारंगढ़-बिलाईगढ़
✍️ रिपोर्ट : दिलकुमार अजय, AIMA मीडिया

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