
अंतर्राष्ट्रीय ओजोन संरक्षण दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ओजोन संरक्षण दिवस प्रत्येक वर्ष 16 सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य ओजोन परत के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना और पर्यावरण संरक्षण के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करना है।
ओजोन परत क्या है?
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की एक पतली सतह है जो लगभग 10–30 किमी ऊँचाई पर पाई जाती है। यह सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से जीवन की रक्षा करती है। ओजोन परत के क्षरण से त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और जैव विविधता को गंभीर खतरे हो सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस का इतिहास:
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1994 में 16 सितंबर को 'अंतर्राष्ट्रीय ओजोन संरक्षण दिवस' घोषित किया। 16 सितंबर 1987 को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर हुए, जिसमें देशों ने ओजोन परत को नुकसान पहुँचाने वाले रसायनों (CFCs, HCFCs, हॅलोन आदि) के इस्तेमाल पर रोक लगाने का वादा किया। इस प्रोटोकॉल की वजह से ओजोन परत का क्षरण रुक गया, और अब वैज्ञानिक इसकी पुनःस्थापना होते देख रहे हैं।
ओजोन दिवस की थीम और महत्व (2025)
विश्व ओजोन दिवस 2025 की थीम है – "ओजोन फॉर लाइफ"। यह ओजोन परत के स्थायी संरक्षण, जीवन सुरक्षा और मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की विश्व-स्तरीय सफलता का संदेश देता है। इससे यह उजागर होता है कि कैसे वैश्विक सहयोग पर्यावरण और जलवायु संकट के समाधान के लिए जरूरी है।
हम क्या कर सकते हैं?
ओजोन परत को बचाने वाले उत्पादों का इस्तेमाल करें।रेफ्रिजरेटर्स, एसी, स्प्रे आदि में ओजोन-नाशक रसायनों का विकल्प चुनें।पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों को अपनाएं, और जागरूकता फैलाएं। बच्चों और समुदाय में ओजोन परत के महत्व को समझाएं।
निष्कर्ष:
ओजोन परत पृथ्वी की सुरक्षा कवच है। अंतर्राष्ट्रीय ओजोन संरक्षण दिवस हमें यह याद दिलाता है कि ओजोन परत की रक्षा हेतु विज्ञान और वैश्विक सहयोग से ही स्थायी समाधान संभव हैं। आइए सब साथ मिलकर इसकी सुरक्षा के लिए कार्य करें।
शुभेच्छु,
पण्डित नागेश चन्द्र शर्मा