मन का प्रभाव तन होता है, सोच का मन पर होता
मन का प्रभाव तन पर होता है, सोच का प्रभाव मन पर होता है तन और मन दोनों का प्रभाव सारे जीवन पर होता है इसलिए सदा अच्छा सोचना है खुश और मुस्कुराते रहना है जीवन को चलते हुए पैरों की जोड़ी की तरह स्वीकार करना चाहिए !!आगे बढ़ने वाले पैर को कोई अभिमान नहीं होता ओर पीछे रहने वाले पैर को कोई शर्म नहीं आती है क्योंकि दोनों को ज्ञात है कि उनकी स्थिति जल्द ही बदल जाएगी, मुस्कुराहट कठिन वक्त की सबसे बेहतरीन प्रतिक्रिया है, खामोशी गलत प्रश्न का बेहतरीन जवाब !!पंडित ललित तिवारी