
गोंडा जनपद में चोरों का आतंक, ग्रामीण दहशत में
शासन-प्रशासन की उदासीनता पर उठ रहे सवाल
गोंडा। जनपद के विभिन्न ग्राम सभाओं में इन दिनों चोरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि ग्रामीण रातों को सोने से भी परहेज़ कर रहे हैं। आए दिन चोरी की घटनाएँ घट रही हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अभी तक कोई ठोस कदम न उठाए जाने से लोगों में गहरी नाराज़गी और भय का माहौल व्याप्त है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार चोरों को सामूहिक रूप से गाँव में घूमते हुए देखा गया है। हाल ही में एक ग्राम सभा में करीब 14 चोर देखे जाने की पुष्टि ग्रामीणों ने की। लेकिन पुलिस को सूचना दिए जाने तक चोर मौके से फरार हो गए। यही नहीं, कई जगहों पर चोरी की वारदातों के साथ-साथ आत्मघाती हमलों जैसी घटनाएँ भी सामने आई हैं।
सबसे हैरानी की बात यह है कि कुछ ग्राम सभाओं में रात के अंधेरे में ड्रोन कैमरे उड़ते हुए देखे गए। ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी बनाया, लेकिन आज तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि ये ड्रोन कैमरे कहाँ से आए और कहाँ गायब हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि यदि प्रशासन चाहे तो इसकी तह तक पहुँच सकता है, मगर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
ग्रामवासियों की सुरक्षा को लेकर स्थिति बेहद चिंताजनक हो चुकी है। लोग अपने घरों की रखवाली के लिए रातभर जागकर पहरा देने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन यदि समय रहते सख्ती नहीं बरतता तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
जनपदवासी शासन और प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान दिया जाए और प्रभावी कार्रवाई करते हुए चोरों पर नकेल कसी जाए, ताकि गाँवों में शांति और सुरक्षा का वातावरण बहाल हो सके।