प्रयागराज के मेजा में एक दिल को छू लेने वाली घटना सामने आई है,
शिवशंकर यादव (88) और उनकी पत्नी शांति देवी (86) ने अपने जीवन के 80 से अधिक वर्षों में एक साथ कई उतार-चढ़ाव देखे। दोनों ने मिलकर अपने परिवार को स्थापित किया और चार बेटों को पाला, जिनकी अपनी संताने भी हैं।
जब शांति देवी का निधन मंगलवार को हुआ, तो उनके बेटों और परिवार के सदस्यों ने उसी दिन सिरसा के छतवा गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि शांति देवी की मृत्यु के महज 24 घंटे बाद ही शिवशंकर यादव ने भी अंतिम सांस ली। बुधवार की सुबह उनकी मृत्यु हो गई और उनका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों वृद्ध पति-पत्नी अपने बेटों, नाती-पोतों से भरा पूरा परिवार देखकर दुनिया से विदा हो गए। उनके बीच के अटूट बंधन और प्रेम ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है। लोग उनके संबंधों की मिसाल देते हुए थकते नहीं हैं।
इस घटना से यह साफ होता है कि सच्चा प्रेम और साथ जीवन के अंतिम क्षणों तक भी बना रह सकता है, और यह दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे थे।