
स्वस्थ शरीर में हीं स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है : प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह
दौसा/ सुमित कुमार बैरवा।। नांगल राजावतान (दौसा) ब्लॉक मुख्यालय के उदयपुरिया रोड पर संचालित राजकीय महाविद्यालय में बजट घोषणा 2025-26 के अंतर्गत रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र का संचालन किया जा रहा है। प्रशिक्षण के शुरू में प्रशिक्षणार्थियों को बेसिक वार्म अप एवम् पी.टी. करवाई गई। उसके बाद "स्वस्थ शरीर हेतु संतुलित और पौष्टिक आहार" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा संतुलित एवं पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। असंतुलित भोजन से बीमार होने पर व्यक्ति को आर्थिक व शारीरिक दृष्टि से नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार व्यक्ति को लाइलाज बीमारियों का भी शिकार होना पड़ता है। इसलिए व्यक्ति को अपनी दिनचर्या को हमेशा संतुलित रखना चाहिए। व्यक्ति को भोजन ऐसा करना चाहिए जिसमें आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट,वसा,प्रोटीन,विटामिन, लवण एवं पानी उपस्थित हो। स्वस्थ शरीर में हीं स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। स्वस्थ मस्तिष्क के बिना व्यक्ति का किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना संभव नहीं है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को संतुलित एवं पौष्टिक आहार तथा व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। डॉ. प्रमिला यादव ने बताया कि हमें फास्टफूड एवं पैकेजिंग फूड के प्रचलन से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें कई प्रकार के अशुद्ध पदार्थ पाए जाते हैं। इस अवसर पर कुमेर सिंह ने बताया कि हमें देसी खान-पान को जीवन में अपनाना चाहिए। संगोष्ठी का संचालन करते हुए डॉ. रामगोपाल मीना ने बताया कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। हमें अच्छे खान-पान को अपनी आदत में लाना चाहिए। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. आशुतोष मीणा ने भी संबोधित किया। डॉ. रतन सिंह ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी में मक्खन लाल मीणा, विनोद कुमार जांगिड़, राजेन्द्र कुमार मीणा भी उपस्थित रहे।