
सोनम वांगचुक के लेह पुलिस द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार
सोनम वांगचुक के लेह पुलिस द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तारी को सरकार ने आवश्यक और उचित कदम बताया है। हाल ही में लद्दाख क्षेत्र में हुए हिंसक प्रदर्शनों में चार लोगों की जान चली गई और नागरिकों तथा सरकारी संपत्ति को अत्यधिक नुकसान पहुँचा। सरकार का मानना है कि वांगचुक ने कुछ भड़काऊ बयान देकर तनाव को बढ़ावा दिया और जनता के बीच अशांति फैलाने में भूमिका निभाई। ऐसे गंभीर हालात में शांति कायम रखने के लिए कठोर कार्रवाई अनिवार्य थी।
वांगचुक की गैर-लाभकारी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का विदेशी फंडिंग का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, जो सरकार की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की नीति का हिस्सा है। यह कदम केंद्र सरकार की स्थिति को मजबूती प्रदान करता है कि किसी भी संगठन या व्यक्ति द्वारा देश के शांति और अनुशासन को भंग नहीं करने दिया जाएगा।
सरकार का यह भी मानना है कि अगर इस प्रकार के उकसावे को समय रहते नियंत्रित न किया जाता तो इससे क्षेत्रीय स्थिरता और अनुशासन को गंभीर खतरा होता। इसलिए अभिनेता और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी राज्य और देश के संरक्षण के लिए एक आवश्यक और जिम्मेदार फैसला है।