Big mistake by government
पता नहीं अंध भक्तों ने देखा है या नहीं। भारत में एसी सरकार भी रही है जिसने एक दो बार को छोड़ कर उन लोगों के साथ मेज़ पर चाये नाश्ता करते हुए बहुत से मसले हल किए। दर्जनों बार कश्मीरी सेपेरेटिसट और सेंकड़ों बार पंजाब के आतंकवादी दलों के साथ बात चीत से समस्या का समाधान ढूंढने की कोशिश की गई जब बात नहीं बनी तो पुरी सखती बरती गई। मगर अब उल्टा हो रहा है , जो भी आवाज़ उठाता है जेल में ठूंस दिया जाता है सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी इस सिलसिले की ताज़ा कड़ी है। इस से पहले सेंकड़ों पत्रकार अपने फ़र्ज़ की अदायगी करते हुए पहले ही जेल में सड़ रहे हैं। पहले कहा जाता था कि भारती लोकतंत्र की खासियत है कि यहां की जनता जलूस जलसों के जरिए अपना गुस्सा निकाल लेती है मगर अब उल्टा हो रहा है अब जनता में लावा सुलग रहा है अगर सरकार को जल्दी होश नहीं आया तो इस लावा को फटने में देर नहीं लगेगी।