शिक्षक तुम्हारी यही नियति बची है.....
शिक्षक संघ तुम आराम से सोते रहो.तुम्हारा साथी मार भी खाया ,जेल भी हुई ,अभी बाबा जी आगे की करवाई के लिए कहे है.......BSA के साथ अब बाबा जी भी देंगे बाकी उसका एसोसिएशन तो साथ में खड़ा ही हो गया...
प्रकरण की सच्चाई हर आम आदमी को पता है