
सरकारी खांसी की दवा से मासूम की तबीयत बिगड़ी, राजस्थान में मचा हड़कंप
"भरतपुर और श्रीमाधोपुर के बाद जयपुर में भी मामला, साकेत अस्पताल में भर्ती 2 साल की बच्ची, RMSCL ने रोक लगाई सप्लाई पर"
जयपुर।
राजस्थान में सरकारी सप्लाई की खांसी की दवा डेक्सट्रोमेथॉरफन हाइड्रोब्रोमाइड सिरप के सेवन से बच्चों पर साइड इफेक्ट का असर बढ़ता जा रहा है। भरतपुर के बयाना और श्रीमाधोपुर के बाद अब जयपुर में भी ऐसा मामला दर्ज हुआ है।
राजधानी के मानसरोवर स्थित साकेत अस्पताल में रविवार को 2 साल की बच्ची को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि बच्ची को सरकारी सप्लाई से मिली खांसी की दवा पिलाई गई थी, जिसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। हालांकि फिलहाल बच्ची की स्थिति स्थिर है।
इस घटना के सामने आने के बाद प्रदेशभर में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (RMSCL) में हड़कंप मच गया है। RMSCL ने तत्काल प्रभाव से M/S Kaysons Pharma द्वारा आपूर्ति किए गए 21 बैच की दवाओं की सप्लाई पर रोक लगाई है और जांच के लिए संबंधित सैंपल लैब भेज दिए हैं।
भरतपुर के बयाना ब्लॉक के कलसाड़ा गाँव में पहले भी 3 साल के मासूम और अस्पताल स्टाफ बीमार पड़े थे। श्रीमाधोपुर में भी इसी तरह की शिकायत सामने आई थी। लगातार मामलों के चलते अब RMSCL पूरी तरह सतर्क हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने तक संबंधित बैच की सप्लाई रोक दी गई है। दोषी पाए जाने पर कंपनी और सप्लाई चेन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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⚠️ निष्कर्ष
सरकारी दवाओं की गुणवत्ता पर उठे सवालों ने एक बार फिर दवा आपूर्ति व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मासूमों की जिंदगी को खतरे में डालने वाले ऐसे मामलों पर जनता और स्वास्थ्य विभाग दोनों की नजरें टिकी हैं।
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✍️ रिपोर्ट : डॉ. मनीष कुमार श्रीवास्तव
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📍 पालघर, महाराष्ट्र