logo

60 घंटे बाद शुरू हुई इंटरनेट सेवा।

*पहले वबाल अब कुछ राहत :*

*बरेली इंटरनेट सेवाएं हुईं बहाल, व्यापार, कारोबार से लेकर ऑनलाइन लेनदेन अब धीरे-धीरे आने लगे पटरी पर......*



बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल *(Violence)* के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी थीं। शनिवार दोपहर से रविवार रात तक करीब 36 घंटे डिजिटल सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं। इसका असर कारोबार, ऑनलाइन पेमेंट, परिवहन और सरकारी सेवाओं पर गहराई से पड़ा। अब सोमवार से बरेली में इंटरनेट सेवाएं बहाल (Bareilly Internet Restored) हो गई हैं, जिससे बाजारों और कारोबारियों में राहत दिख रही है।

*कारोबार पर पड़ा बड़ा असर.......*
इंटरनेट बंद (Internet Shutdown in Bareilly) होने से बरेली का बाजार लगभग थम-सा गया। किराना दुकानों से लेकर बड़े शोरूम तक डिजिटल पेमेंट प्रभावित रहा। दुकानदारों का कहना है कि करीब 70% से अधिक ग्राहक यूपीआई और कार्ड से भुगतान करते हैं। नेट न चलने से ग्राहक कैश न होने पर सामान वापस छोड़कर लौट गए।

*होटल और रेस्टोरेंट पर भी बड़ा असर....*
होटल और रेस्टोरेंट कारोबार पर भी बड़ा असर पड़ा। फूड डिलीवरी पार्टनर्स घंटों ऑर्डर का इंतजार करते रहे, लेकिन इंटरनेट सेवा न होने से ऑर्डर नहीं मिले। रेस्टोरेंट मालिकों के मुताबिक, बिक्री में 90-95% तक की गिरावट दर्ज हुई।

*ट्रांसपोर्ट सेक्टर ठप...*
इंटरनेट बंद होने का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर पड़ा। ई-वे बिल जेनरेट (E-way Bill) न होने के कारण ट्रक लोड नहीं हो पाए। जिले में करीब पांच सौ से ज्यादा ट्रक खड़े रहे और माल की सप्लाई रुक गई।

श्यामगंज, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर और बड़ा बाजार जैसे प्रमुख इलाकों में कारोबारी परेशान दिखे। कारोबारियों का कहना है कि समय पर सप्लाई न होने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ।

*ऑनलाइन सरकारी सेवाएं प्रभावित | Online Services अफेक्टेड....*
मोबाइल बैंकिंग, बिजली बिल, रेलवे टिकट बुकिंग, पासपोर्ट और आधार आधारित सेवाएं पूरी तरह बंद हो गईं। रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर कई यात्रियों को कैश न होने पर दिक्कत झेलनी पड़ी।

*दवा कारोबार पर भी असर पड़ा।*
दवा कारोबारी दुर्गेश खटवानी ने बताया कि उन्होंने जरूरतमंदों को भरोसे पर दवाएं दीं, क्योंकि कैश न होने पर डिजिटल पेमेंट संभव नहीं था।

*कारोबारियों को जिला छोड़ना पड़ा | Bareilly Tender News....*
ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया से जुड़े कारोबारियों को इंटरनेट बंदी की वजह से दिक्कत हुई। एक कारोबारी ने बताया कि 27 सितंबर को टेंडर की आखिरी तारीख थी, इसलिए उन्हें हल्द्वानी जाना पड़ा।

फैक्ट्री और औद्योगिक इकाइयों पर भी असर पड़ा। उद्यमी सलिल बंसल ने बताया कि फैक्ट्री का ज्यादातर काम इंटरनेट से जुड़ा है। जब सेवाएं बंद हुईं, तो उत्पादन ठप हो गया।

*आम जनता की परेशानी | Bareilly Public Problems*
सिर्फ व्यापारी ही नहीं, आम जनता भी बुरी तरह प्रभावित हुई।

कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों की ऑनलाइन क्लास और प्रोजेक्ट सबमिशन रुक गए।

ऑनलाइन फॉर्म भरने वालों को समय सीमा पार होने का डर रहा।

बैंकिंग सेवाएं बंद होने से कैशलेस समाज की तस्वीर बदल गई।

लोगों के मोबाइल पर सिर्फ सिग्नल दिख रहे थे, लेकिन इंटरनेट न चलने से डिजिटल दुनिया जैसे गायब हो गई थी।

*अब मिली राहत | Internet Restored in Bareilly*

रविवार रात 12:30 बजे के बाद इंटरनेट सेवा बहाल होने के साथ ही बाजारों में रौनक लौट आई। सोमवार सुबह से दुकानदारों ने बताया कि अब यूपीआई और कार्ड पेमेंट शुरू हो गए हैं। ट्रकों की आवाजाही पटरी पर है और कारोबार सामान्य होने लगा है।

रेस्टोरेंट मालिकों ने कहा कि अब ऑनलाइन ऑर्डर आने लगे हैं और बिक्री में सुधार की उम्मीद है। दवा कारोबारी भी डिजिटल पेमेंट लेने लगे हैं।

*प्रशासन की अपील | Bareilly Administration Appeal*

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इंटरनेट सेवा सुरक्षा कारणों से बंद की गई थी ताकि अफवाहें और फेक न्यूज (Fake News) न फैलें। अब जब हालात सामान्य हैं, तो सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। अधिकारियों ने अपील की है कि लोग शांति बनाए रखें और सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट न करें।

बरेली में बवाल के बाद 36 घंटे इंटरनेट बंद रहने से कारोबार, ट्रांसपोर्ट, सरकारी सेवाएं और आम जनता की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई। अब इंटरनेट सेवाएं बहाल होने के बाद कारोबार और ऑनलाइन सेवाएं पटरी पर लौट आई हैं।

4
3 views